मुंगेर /भागलपुर :डॉ. शाहिद रज़ा जमाल (शाहिद रज़मी) विभागाध्यक्ष, विश्वविद्यालय पीजी उर्दू विभाग, मुंगेर विश्वविद्यालय, मुंगेर को विनोद बिहारी महतो क्विलांचल विश्वविद्यालय, धनबाद (बीबीएमके) के तहत सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए विषय- विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित किया गया। जहां बीबीएमके उर्दू विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर उर्दू के लिए परीक्षा होनी थी। साक्षात्कार से पूर्व कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. पवन पोद्दार ने डॉ. शाहिद रजा जमाल को शॉल और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर डीन मानविकी, रजिस्ट्रार और उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ. मोसूफ अहमद आदि मौजूद रहे। इस अवसर पर कुलपति प्रो डॉ पवन पोद्दार ने डॉ जमाल की गतिविधियों का उल्लेख किया और कहा कि वह कई क्षेत्रों में सक्रिय हैं और अपने विश्वविद्यालय के लिए किसी धरोहर से कम नहीं हैं।
चयन प्रक्रिया के बाद डॉ. शाहिद रज़मी ने बीबीएमके विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग का भी दौरा किया और जहां उन्होंने ‘उर्दू का उज्ज्वल भविष्य’ शीर्षक पर अपना विशेष भाषण प्रस्तुत किया। उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ. मु मोसूफ अहमद ने उर्दू के प्रचार-प्रसार एवं प्रकाशन में डॉ. शाहिद रज़मी के प्रयासों का स्वागत किया।
इस दौरान उन्होंने विभाग के छात्रों एवं शिक्षकों डॉक्टर अब्दुल मतीन, डॉ. आलमगीर साहिल से भी बातचीत की। इस मौके पर इलियास अंसारी, शहबाज समेत क्षेत्र के कई शोधार्थी मौजूद थे. डॉ. मोसूफ अहमद ने डॉ. शाहिद रजमी को अपनी किताबों का एक सेट भी भेंट किया।