आगरा। हजरत मुबारक गौस रहमतुल्ला अलैह का तीन दिवसीय उर्स मुबारक गुसल की रस्म के साथ शुरू हुआ। तीन दिन चलने वाले इस उर्स के बारे में और जानकारी देते हुए दरगाह के मुतावली मोहम्मद जफर कुरैशी ने बताया कि हजरत मुबारक गौस रहमतुल्ला अलैह पर बाद नमाज असर गुस्ल शरीफ चादरपोशी फूलों की चादर फातिहा पढ़ी गई इसके बाद लंगर तकसीम किया गया बाद नमाज ईशा महफिल ए मुशायरा का आयोजन देर रात्रि तक चला उर्स मुबारक में अपनी हाजिरी लगाने के लिए दूर-दूर से हाजरीन आते हैं और अपनी मुरादे दरगाह के वसीले से पाते हैं।
वही इस्लामिया लोकल एजेंसी अध्यक्ष हाजी असलम कुरैशी ने कहा कि बुजुर्गों के दरबार में अपनी हाजिरी जो शख्स लगता है उसकी परेशानियां अल्लाह टूर कर देता है क्योंकि अल्लाह रब्बुल इज्जत के बहुत करीब यह बुजुर्ग होते हैं इनकी कोई भी बात अल्लाह रब्बुल इस्लाम खाली नहीं जाने देता इस दरगाह पर दूर-दूर से लोग आकर अपनी अपनी मुरादों को पाते हैं और अपने परेशानियां हजरत मुबारक गौस रहमतुल्ला आले से कहते हैं और फैज़ पाते हैं खाली झोली लाते हैं।
उन झोलियों को भरकर ले जाते हैं क्योंकि अल्लाह के वालियों के खजाने में अल्लाह रब्बुल इज्जत में कभी- कमी नहीं रखी जो यहां आता है वह पता है और अपने शहर घर लौट जाता है उर्स मुबारक में मुख्य रूप से अजी बिलाल कुरेशी मोहम्मद अमजद कुरैशी मोहम्मद हुमायूं कुरैशी मोहम्मद मोइनुद्दीन कुरैशी हाजी मोहम्मद पठान कुरैशी आदि लोग उपस्थित रहे