जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई सम्पन्न
मातृ मृत्यु, बाल मृत्यु, बच्चा की एक भी मृत्यु नहीं स्वीकार्य, आशाओं द्वारा सघन मॉनिटरिंग, गर्भवती माताओं की प्रसव पूर्व सघन जांच तथा काउंसलिंग कराने के दिए कड़े निर्देश
प्रभावी मॉनीटरिंग व सघन समीक्षा हेतु जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा अर्बन/ग्रामीण की आगामी माह से अलग-अलग होंगी समीक्षा बैठक।
आगरा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आज जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने जनपद में डाक्टरों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली तथा सीटीस्कैन, डायलेसिस, बायोमेडिकल इक्यूपमेंट, मेंटिनेंस, टेलीमेडिशन आदि की प्रगति रिपोर्ट तलब की, 102 एम्बुलेंस सर्विस व 108 एम्बुलेंस सर्विस की टाइमिंग के बारे में जानकारी ली। बैठक में जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा की गयी, जिसमें गत वर्ष के सापेक्ष माह अप्रैल में विकास खण्ड, फतेहाबाद में 34, किरावली 22, आंवलखेड़ा 13, अकोला 08, फतेहपुर सीकरी 10 व जिला महिला चिकित्सालय में 69 प्रसव कम हुए, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा सभी एमओआईसी को निर्देशित किया कि आशा सहायतित प्रसव सेवा में उल्लेखनीय प्रगति न होना बताता है कि आशा व एमओआईसी द्वारा गम्भीरता पूर्वक कार्य नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने सम्बन्धित एमओआईसी से विगत तीन माह की डाटा की जांच करने, कितने प्रसव निजी अस्पतालों व सरकारी अस्पतालों में हुए, की सूची बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने शहर से लगे ब्लॉक क्षेत्रों के एमओआईसी को सजगता बढाने तथा आशाओं द्वारा प्राइवेट अस्पतालों में प्रसव कराने की जांच करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को चेतावनी दी कि किसी भी गरीब, कमजोर आदमी को निजी अस्पताल में प्रसव कराये जाने की शिकायत प्राप्त होने पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। बैठक में आशा सहायतित प्रसव सेवा के भुगतान की समीक्षा में बताया गया कि कुल 6384 कराये गये प्रसवों में से 2247 प्रसवों का लाभार्थियों को भुगतान किया गया है, जिसमें विकास खण्ड फतेहपुरसीकरी 0.7 प्रतिशत, खन्दौली 18 प्रतिशत, जिला महिला अस्पताल 24 प्रतिशत ही भुगतान किया गया है, जिलाधिकारी ने सम्बन्धित सभी भुगतानों को स्वयं लाभार्थी के घर जाकर 30 मई तक शतप्रतिशत भुगतान कराने के निर्देश दिए, लाभार्थी को दुबारा बुलाया तो स्वीकार योग्य नहीं होगा।
बैठक में जनपद में निष्कासित की गई आशाओं की सूची को रखा गया, जिसमें बताया गया कि ब्लॉक खन्दौली में 07, सैयां में 05, बरौली अहीर, जगनेर, बिचपुरी तथा शहर में 04-04 शमशाबाद में 03 व खेरागढ़ 02 सहित कुल 40 आशाओं को निष्कासित किया गया। जिलाधिकारी ने सभी आशाओं के मानदेय व इंटेंसिव का ससमय भुगतान सुनिश्चित करने, तथा भुगतान न होने पर किसी भी एमओआईसी का स्थानान्तरण न करने के कड़े निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने मातृ मृत्यु दर की समीक्षा की, जिसमें बताया गया कि जनपद में माह अप्रैल में 02 मातृ मृत्यु दर्ज की गई है, कारण पूछे जाने पर बताया गया कि उक्त मृत्यु ब्लॉक फतेहपुर सीकरी व बिचपुरी में दर्ज की गई है तथा मृत्यु का कारण पीपीएच, एनीमिया व ब्लड प्रेशर लो होना बताया गया।
मातृ मृत्यु जिलाधिकारी ने सभी केसों की लाइन लिस्टिंग किये जाने तथा सम्बन्धित एमओआईसी, आशाओं द्वारा सभी गर्भवती माताओं की सघन मॉनीटरिंग व जांच के निर्देश दिए। मातृ मृत्यु न होने पाये इसके लिए आशाओं को अलग से मॉनीटरिंग करने, गर्भवती महिला के रजिस्ट्रेशन के प्रथम दिन से ही ध्यान देने हेतु निर्देशित किया। बैठक में पीएम मातृ वंदना योजना की समीक्षा में पाया कि पोर्टल पर डाटा अपलोड करने में लापरवाही की जा रही है, जिस पर जिलाधिकारी ने सभी से पोर्टल पर शतप्रतिशत डाटा अपलोड करने, तथा एएनसी जांच के बाद गर्भवती मां हेतु दी जाने वाली धनराशि समय से निर्गत करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को आगामी माह से नई व्यवस्था देते हुए प्रभावी मॉनीटरिंग व सघन समीक्षा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों की अलग-अलग जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक बुलाने के निर्देश दिए।
बैठक में सिक न्यूवोर्न, केयर यूनिट (एसएनसीयू), चाइल्ड डेथ रिव्यू प्रोग्रेस, फैमिली प्लानिंग, मंत्रा एप, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम तथा वित्तीय प्रगति की समीक्षा की गई, जिसमे एसएनसीयूं में 07 बच्चों की मौत दर्ज की गई, जिसमें 04 आगरा के, 02 फिरोजाबाद व 01 एटा के रहे। बैठक में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत ड्यू लिस्ट की प्रगति संतुष्टजनक न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए ड्यू लिस्ट बनाये जाने और झुग्गी, झोपड़ी व मलिन बस्तियों में भी चिन्हित कर टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। बैठक में आयुष्मान भारत-पीएम जन आरोग्य योजना (गोल्डन कार्ड) की समीक्षा की गई, जिसमें बताया गया कि जनपद में लाभार्थियों के 91.66 प्रतिशत गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं।
जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए गोल्डन कार्ड बनाने वाली टीम को प्रशस्ति पत्र देने तथा 95 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाये जाने के निर्देश दिए। बैठक में राष्ट्रीय अन्धता निवारण कार्यक्रम की समीक्षा की गई, जिसमें बताया गया कि 1847 मोतियाबिन्द के सफल ऑपरेशन किये गये हैं। राष्ट्रीय कुष्ट उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा में बताया गया कि 22 मरीज उपचारित हैं तथा 11 को रोगमुक्त किया गया है। बैठक में हेल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर की समीक्षा में बताया गया कि कुल 338 सेन्टर में 335 सेन्टर क्रियाशील हैं, जिलाधिकारी ने सभी सेन्टर पर दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा भौतिक निरीक्षण के निर्देश दिए।
बैठक में एन्टी रैबीज वैक्सीन (एआरबी) व एएसबी की समीक्षा की गई, जिसमें जैतपुरकलां, बटेश्वर, किरावली आदि में कम खपत पर नाराजगी व्यक्त की तथा कड़े निर्देश दिए कि कोई भी मरीज सीएचसी से बिना वैक्सीन के लौटाया न जाए, इस प्रकार की शिकायत मिलने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। बैठक में 102 एम्बुलेंस, दिव्यांग प्रमाण पत्र की समीक्षा की गई तथा उचित दिशा-निर्देश दिए गये।