आगरा। शहर की उभरती हुई बाल पहलवान श्वेता पारस अब लखनऊ स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के नेताजी सुभाष चन्द्र रीजनल सेंटर में पारंगत और कुशल प्रशिक्षकों से अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल प्रशिक्षण लेगी। पहलवानी के दांव-पेंच सीखेगी। अंतर्राष्ट्रीय एक्स्पोज़र भी मिलेगा। सबसे कम उम्र की महिला बाल पहलवान श्वेता पारस इन दोनों एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में प्रशिक्षक पुष्पेंद्र सिंह से कुश्ती का प्रशिक्षण ले रही है। 14 वर्षीय श्वेता 10वीं की छात्रा है। आठ महीने पहले ही उसने कुश्ती का प्रशिक्षण लेना शुरू किया है। जिसमें अब तक तीन जिला, मंडल, जोन तथा राज्य स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल जीते हैं। साथ ही सांसद खेल स्पर्धा प्रतियोगिता में भी स्वर्ण पदक जीत चुकी है। इस उपलब्धि पर शहर की सामाजिक संस्थाएं बालिका को नारी रतन अवार्ड से सम्मानित कर चुकी हैं।
ये मिलेंगी सुविधाएं
भारतीय खेल प्राधिकरण राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में मिलने वाली सुविधाओं के अंतर्गत पारंगत व कुशल प्रशिक्षकों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खेल प्रशिक्षण, खेल किट, अंतरराष्ट्रीय स्तर की आधारभूत संरचना, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय एक्सपोजर, शिक्षा हेतु व्यय मे सहायता, जीवन व स्वास्थ्य बीमा के साथ नवीनतम वैज्ञानिक सहायता के अंतर्गत चिकित्सा कर्मियों द्वारा मुफ़्त चिकित्सा सुविधा, नूट्रिशन, व्यायाम फीजियॉलॉजिस्ट, स्ट्रेनथ व कन्डीशनिंग कोच, फिजियोथेरापीस्ट, एन्थरोपोमेट्रिस्ट, खेल मालिश चिकित्सा इत्यादि मिलेंगी।
बेटी के सपनों को मिलेंगे पंख
श्वेता के पिता नरेश पारस बाल अधिकारों के संरक्षण पर लंबे समय से काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि बेटी को एक साल पहले कुश्ती सीखने की ललक जागी थी एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में पंजीकरण कराकर उसको प्रशिक्षण दिलाना शुरू किया। पहलवानी में लड़कियों की संख्या कम होने के कारण लड़कियों के का कॉस्ट्यूम भी नहीं मिलता है। हमउम्र की बालिकाएं भी अभ्यास के लिए नहीं मिलती है। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया में चयनित होने के बाद बच्ची अच्छा प्रशिक्षण ले पाएगी और अपने सपनों को साकार कर पाएगी। इससे अन्य लड़कियां भी प्रेरणा लेकर कुश्ती के क्षेत्र में आकर जोर आजमाइश करेंगी।