बनारस. अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा है कि छठे चरण के बाद भाजपा की बुरी हार देखते ही केंद्रीय चुनाव आयोग ने अपनी निष्पक्षता का नकाब उतार दिया है. भाजपा उससे विपक्ष पर मुद्दों को न उठाने का दबाव डलवा रही है और आयोग भी केंचुए की तरह रेंगने लगा है.
शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भाजपा राहुल गाँधी द्वारा अग्निवीर योजना और संविधान बदलने पर सवाल उठाने से डर गयी है क्योंकि यह मुद्दा सीधे देश के युवाओं और लोगों के आरक्षण जैसे संवैधानिक अधिकारों से जुड़ा है. राहुल गाँधी की रैलियों में सेना की तय्यारी करने वाले अग्निवीर विरोधी युवाओं की भारी भीड़ आ रही है. जबकि अग्निवीर योजना के फ़ायदे गिनाने वाले मोदी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी द्वारा सरकार बनने पर अग्निवीर योजना को रद्द करने की घोषणा से डरे मोदी जी चुनाव आयोग के माध्यम से विपक्षी नेताओं पर दबाव डाल कर इस मुद्दे को दबवाना चाहते हैं. इसीतरह प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने अखबार में लेख लिखकर संविधान बदलने की बात की थी जिसपर मोदी जी की चुप्पी से यह स्पष्ट हो गया कि खुद प्रधानमंत्री संविधान बदलकर आरक्षण खत्म करना चाहते हैं. लेकिन अब राहुल गाँधी द्वारा यह सवाल उठाने पर वो चुनाव आयोग को आगे करके इस मुद्दे को दबाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयोग (केचुआ) अगर सरकार के इतना दबाव में है तो उसे अब यह भी बता देना चाहिए कि विपक्षी नेता कौन कौन से मुद्दे उठाएं.