संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। मंडल कारागार में कैदी नारकीय जीवन जी रहें हैं। खान -पान के अलावा रहन -सहन के प्रति कारागार के जिम्मेदार निकम्मे हैं ! इन सबकी पोल जिले के विद्वान एवं कुशल न्यायिक कार्य पद्यति के लिये चर्चित जिला जज डा. बब्बू सारंग के कारागार के निरीक्षण में उजागर हुआ।जिला जज गुरुवार को कारागार के निरीक्षण के लिये पहुंचे। तो दरिद्रीय ,एवं अमानवीय व्यवस्था देखकर दंग रह गये। उन्होंने वहां पीने का पानी का निरीक्षण किया ,पाया कि पीने के पानी की गुणवत्ता अच्छी नहीं है एवं बंधिया का गंदा पानी पीने के अतिरिक्त भोजन बनाने हेतु प्रयोग में लाया जा रहा है।
इसके बाद पाक शाला का निरीक्षण किया। यहां अमानवीय व्यवस्था हिलोरें लेती मिली। पाकेशाला के चूल्हों से निकलने वाली अत्यधिक गर्मी व उमस से रसोईघर का वातावरण अत्यधिक गर्म था। पाक शाला में उत्पन्न गर्म हवा के निकास की चिमनी चूल्हे से दूर थी। इस कारण गर्म हवा पूर्णता बाहर नहीं निकल रही थी। इस संबंध में जिला जज da.बब्बू सारंग नें वायु संचालन सिस्टम को ठीक करने तथा अति शीघ्र पाकशाला के चूल्हे को चिमनी से जोड़े जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कारागार में बने शौचायलयों को भी देखा। वहां अत्यधिक गंदगी दिखी। वॉटर ड्रेनेज सिस्टम की कोई बेहतर व्यवस्था नहीं थी। जेल अधीक्षक को वॉटर ड्रेनेज सिस्टम ठीक करने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त जिला जज द्वारा महिला बैंरकों का निरीक्षण किया गया। महिला बैरक निरीक्षण में पाया गया की रसोई घर में एयर वेंटीलेशन का कोई सिस्टम नहीं मिला। रसोई घर में किसी प्रकार का एग्जास्ट फैन या चिमनी नहीं थी।पूरा रसोई घर अत्यधिक गर्म हुआ उमस भरा था। वाटर स्टोरेज टंकी अत्यधिक गंदी मिली। पूरी टंकी में काई इत्यादि लगी थी। जिला जज द्वारा जेल अधीक्षक को टंकी का पानी निकाल कर कई गंदगी साफ करने तथा साफ पानी भर जाने के निर्देशित दिये गये।निरीक्षण के समय जेलर मनीष कुमार उप जेलर महेंद्र सिंह के साथ रशीद अहमद देव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व गजेंद्र कुमार अंशु लिपिक जनपद न्यायालय आदि उपस्थित थे।