संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। भीषण गर्मी में जब तापमान 44 से 45 डिग्री पर मंडरा रहा है ऐसे में जिला अस्पताल में गर्मी से निपटने की व्यवस्था दम तोड़े हुये। एसी-कूलर खराब पड़े हैं। भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों की बढ़ गईं हैं। अस्पताल प्रबंधन चैन की वंशी बजा रहा है।
जिला अस्पताल की हाले व्यवस्था यह है की अधिकांश एसी खराब पड़े हैं। बच्चों के वार्ड का एसी भी बंद चल रहा है। बर्न वार्ड के सामने रैन बसेरा में भी मरीजों को भर्ती किया गया। दो विंडो एसी लगे हैं लेकिन खराब हैं, कूलर है वह भी नहीं चल रहा। पंखे की गर्म हवा आग से जले मरीजों की तकलीफ बढ़ा रहा है।
इसी तरह महिला वार्ड में भी भर्ती मरीजों को गर्मी से बचाने के लिए अस्पताल प्रशासन के द्वारा दो एसी लगाए गए हैं। एक खराब पड़ा हुआ है, दूसरे में करंट दौड़ रहा है लेकिन ठंडी हवा नहीं मिल रही। यहां भी फिलहाल पंखा ही सहारा हैं इमरजेंसी वार्ड की बात करें तों यहां की भी सब कुछ भगवान भरोसे है। एसी है नहीं, सिर्फ पंखों की हवा ही मरीजों को मयस्सर है। कूलर भी रखा है, लेकिन पानी बिन अक्सर सूना रहता है। पुरुष वार्ड में भी तीन एसी लगे हुए हैं,लेकिन तीनों पूरी तरह से काम नहीं कर रहे हैं। बच्चों के वार्ड में भी एक एसी खराब लगा हुआ है, लिहाजा बीमार बच्चों और उनके परिजनों पंखे की गर्म हवा ही खानी पड़ रही है।