पानी ठहरेगा जहां, मच्छर पनपेंगे वहां
एंटी मलेरिया माह का आज से होगा शुभारंभ, सीएमओ ने टीमें गठित की
आगरा। जनसमुदाय को मलेरिया रोग से बचाने के लिए एक से 30 जून तक जिले में एंटी मलेरिया माह का शुभारंभ होगा। अभियान के तहत मलेरिया से बचाव को लोगों को जागरूक किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एंटी मलेरिया माह को तीस जून तक चलाने के लिए निर्देशित किया है। इसमें आशा, एएनएम घर-घर जाकर बुखार के रोगियों की जांच कराएंगी। इसके साथ विभिन्न गतिविधियों को अयोजित करके मच्छरों से बचाव करने के लिए जागरूक किया जाएगा।
इन कार्यक्रमों में जनसहभागिता का भी ध्यान रखा जाएगा। सीएमओ ने बताया कि जांच में मलेरिया की पुष्टि होने पर रोगी के परिवार व आसपास के कम से कम 50 घरों में सर्वेक्षण कर बुखार से पीड़ित व्यक्तियों की खोज व जांच की जाएगी, साथ ही मच्छरों के पनपने के स्रोत की खोज करेंगे। उन्होंने बताया कि समुदाय के लोगों को मलेरिया से बचाव के बारे में जागरुक करने व रोगियों की तलाश के लिए निर्देशित किया है। रोग नियंत्रण के लिए जनसमुदाय से सहयोग भी लेंगे।
जिन इलाकों में अधिक रोगी मिले हैं। वहां दस प्रतिशत व्यक्तियों की जांच अवश्य की जाए। मध्यम प्रभावित लोगों में सात प्रतिशत की जांच कराएं। गर्भवती महिलाओं की मलेरिया की जांच कराई जाएगी। आशा, एएनएम, सीएचओ व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण का आयोजन कर लक्ष्य के सापेक्ष एबीईआर प्राप्त किए जाएगा। अंतविर्भागीय समन्वय समिति के अंतर्गत अन्य विभागों का सहयोग लेकर मच्छर रोधी गतिविधियां कराई जाएगी।
मच्छरों के प्रजनन वाले स्रोत भी तलाशेंगे
वेक्टर बोर्न रोगों के नोडल अधिकारी डॉ. सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि घरों के अंदर व आसपास, कूलर की टंकी, फ्रिज की ट्रे, गमलों के नीचे की प्लेट, अनुपयोगी बर्तन आदि से जल निकालकर साफ कराएंगे और जन सामान्य को मच्छरों के प्रजनन स्थलों के स्रोत को स्वास्थ्य कर्मी तलाश करेंगे।
जिला मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि जनसमुदायों को मलेरिया रोग से बचाव व नियंत्रण के संबंध में जागरुकता पैदा की जाए, रोग नियंत्रण के लिए गतिविधियों को कराया जाएगा। डीएमओ ने बताया कि मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए अपने घरों के आसपास कहीं पानी इकट्ठा न होने दें। यदि जमा पानी खाली नहीं होता है तो इकट्ठे पानी में मच्छरों के लारवा पैदा हो जाते हैं जो बीमारियों का कारण बनते हैं।
.जहां मच्छरों के पैदा होने की आशंका है वहां कीटनाशक दवा का छिड़काव करें.जमे हुए पानी पर नीम का तेल एवं अन्य तेल डालकर पानी पर तेल की परत बना दें। रात में पूरी आस्तीन के कपड़े पहने.मच्छरों से बचाव के लिए उपयोग में लाई जाने वाली क्रीम को भी लगाया जा सकता है.सोते समय दरवाजे खिड़कियां इस प्रकार बंद करें कि मच्छर ना आ पाएं। मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी सबसे आसान उपाय है.
इन बातों का रखें ध्यान
• -दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं
• –मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें
• -अनुपयोगी वस्तुओं में पानी एकत्र न होने दें
• –पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रख दें
• -पूरी बांह वाली कमीज और पैंट पहनें
• –घर और कार्य स्थल के आस-पास पानी जमा न होने दें
• -कूलर, गमले आदि को सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाएं
• –गड्ढों में जहां पानी एकत्र हो, उसे मिट्टी से भर दें