संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। बुंदेलखंड महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) का मूल्यांकन कराया जाएगा। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं। इसके लिए कॉलेज प्रशासन द्वारा पिछले सालों का डाटा दुरुस्त किया जाने लगा है। महाविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय के बराबर ‘ए प्लस’ ग्रेड हासिल करने का लक्ष्य तय किया गया है।
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध बुंदेलखंड महाविद्यालय को क्षेत्र का सबसे बड़ा कॉलेज होने का तमगा हासिल है। बावजूद, यह शिक्षण संस्थान नैक मूल्यांकन के मामले में पिछड़ा हुआ है। पहली बार साल 2012 में यहां नैक मूल्याकन कराया गया था।
तब कॉलेज को ‘बी’ ग्रेड हासिल हुआ था। इसके बाद साल 2017 में नैक मूल्यांकन कराया जाना था, परंतु महाविद्यालय इसमें पिछड़ गया था। लेकिन, अब नैक मूल्यांकन कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। साल 2013 से लेकर अब तक की वार्षिक गुणवत्ता आश्वासन रिपोर्ट (एक्यूएआर) तैयार की जा रही है। शिक्षण सत्र 2019-20 तक की रिपोर्ट तैयार भी कर ली गई है। इसके अलावा पिछले पांच साल की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट भी तैयार की जाने लगी है। महाविद्यालय द्वारा नैक मूल्यांकन में विश्वविद्यालय के समान ‘ए प्लस’ ग्रेड हासिल करने का लक्ष्य तय किया गया है।