मुंबई। एक्ट क्यू प्रोडक्शन और टाउनहॉल पिक्चर की प्रस्तुति नाटक ग़ालिब की दुकान का मंचन 1 जून की शाम मां स्टूडियो 196 आराम नगर 2 अंधेरी पश्चिम मुंबई में किया गया। नाटक के शो में मुख्य अतिथि के रूप में अभिनेता अलोक पांडेय मौजूद रहे।
इस मौके पर उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नाटक के लेखक और निर्देशक तलत उमरी ने नाटक के माध्यम से उस विषय को उजागर किया है। जिसको लोग भूलते जा रहे हैं। आज इस शो को देखकर मैं ये कह सकता हूं कि नाटक ही एक ऐसा माध्यम है जो मिटने वाली कला को जिंदा कर सकता है।
गालिब की दुकान की पूरी टीम ने दिल से अभिनय किया है सभी बधाई के पात्र हैं। नाटक के बारे में निर्देशक और लेखक तलत उमरी ने बताया कि नाटक में पुस्तकों और साहित्य से संबंध और मानवता के लिए इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है।
आज के युग में जब इंटरनेट की दुनिया में किताबें भुलाई जा रही हैं यह नाटक स्मृति का विस्तार करता है। गालिब की दुकान नाटक इंसानियत और इंसानियत का संदेश देता है।
नाटक कविता और साहित्य का जीवन कैसा है और आज के समाज में उन्हें किस तरह की समस्याओं और चुनौतियों से गुजरना पड़ता है उनकी कहानी है ग़ालिब की दुकान। नाटक में मुख्य पात्र रूप में पारुल अग्रवाल,जयन्तिका सेन गुप्ता,जानवी सिंह ,विशाख मोहन, लक्की ,आयुष कुमार चौधरी ,दिव्यांश निशांत मिश्रा ,चंद्रकांत मिश्रा,नवीन,शिव, ईशान,विक्की ,सिराज तालिब नाटक में प्रकाश लाइट प्रदीप भारती , प्रोड्यूसर शशांक सिंह तोमर ,संगीत अक्षय की देख रेख में संपन्न हुआ।