- जिले में 47 स्वास्थ्य इकाइयों पर आयोजित हुआ प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस
- उच्च जोखिम वाली गर्भवती को चिन्हित कर किया गया संदर्भित
- आयोजित दिवस पर जिले की 947 गर्भवती को ई-रूपी वाउचर से अल्ट्रासाउंड करने हेतु क्यू आर कोड प्राप्त कराए गए
आगरा। जिले में 47 स्वास्थ्य इकाइयों पर सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस मनाया गया । इसमें गर्भवती की प्रसवपूर्व जांच की गई। इसमें गर्भवस्था के द्वितीय एवं तृतीय तिमाही की प्रसवपूर्व जांच की गई। गर्भवती और तीमारदारों को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। प्रसव पूर्व जांच करवाने वाली ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती को ई-रुपी वाउचर के जरिए निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड कराने की सुविधा मिल रही है। निजी केंद्रों पर सिर्फ एसएमएस और क्यू आर कोड दिखाकर गर्भवतियों को यह सुविधा मिल जाती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए पीएमएसएमए दिवस का आयोजन किया जाता है। इसमें गर्भवती की दूसरे व तीसरे त्रैमास में एमबीबीएस डॉक्टर व स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा प्रसव पूर्व जांच कराई जाती है। जनपद के जिला महिला चिकित्सालय (लेडी लॉयल), एसएन मेडिकल कॉलेज सहित सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन हुआ । इसमें गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच और चिकित्सीय परामर्श के साथ – साथ परिवार नियोजन तहत काउंसलिंग भी की गई। इस अवसर पर उच्च जोखिम वाली गर्भवती को चिन्हित कर संदर्भित भी किया गया ।
एसीएमओ आरसीएच/ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि पीएमएसएमए दिवस के दौरान गर्भवती का टीकाकरण, आयरन व कैल्शियम की गोलियों का वितरण, आयरन सुक्रोज, अल्ट्रासाउंड सहित, यूरिन, हीमोग्लोविन, शुगर, सिफलिस , वजन, पेट की जांच, हेपेटाइटिस बी, ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप और एचआईवी की जांच की गई । इसके अलावा केंद्र पर आने वाले दंपति को बास्केट ऑफ च्वॉइस की सहायता से परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। अभियान के तहत गर्भवती के आरसीएच पंजीकरण के लिए भी विशेष काउंटर लगाये गये, जिन लाभार्थियों का आरसीएच नंबर नहीं है, उनको पंजीकरण कराकर नंबर उपलब्ध कराया गया ।
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता संगीता भारती ने बताया सीएचसी और पीएचसी पर आने वाली गर्भवती को चिकित्सक जब अल्ट्रासाउंड की सलाह देते हैं तो वहां के ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर द्वारा एसीएमओ को सूचना दी जाती है और जिला स्तर से ही एक से डेढ़ घंटे में ई-रूपी वाउचर जेनरेट कर लाभार्थी को दिया जाता है। स्मार्ट फोन वाले लाभार्थी के पास क्यू आर कोड चला जाता है, जबकि सामान्य फोन वाले लाभार्थी को एसएमएस भेजा जाता है। आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर जिले की 947 गर्भवती को ई-रूपी वाउचर से अल्ट्रासाउंड करने के लिए क्यू आर कोड प्राप्त कराए गए।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट के अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि पीएमएसएम दिवस पर प्रसव पूर्व जांच के लिए आने वाली गर्भवती और तीमारदारों के लिए गर्मी के मौसम को देखते हुए हवादार स्थान पर बैठने और पेयजल, रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे किसी को भी परेशानी ना हो। साथ ही गर्भवती और तीमारदारों को हीटवेव (लू) से बचाव के बारे में जानकारी दी गई। पीएमएसएमए दिवस पर 115 गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच की गई है जिसमें पांच उच्च जोखिम वाली गर्भवती को चिन्हित कर संदर्भित भी किया गया । गर्भवती को खान-पान का विशेष ध्यान रखने के लिए परामर्श दिया गया ।
ब्लॉक पिनाहट के ग्राम स्याहीपुरा निवासी 25 वर्षीय ममता बताती हैं कि मैं 7 माह की गर्भवती हूं मेरा यह दूसरा बच्चा है। मेरा पहला बच्चा 4 वर्ष का है । जब मैंने अपनी पहली प्रसव पूर्व जांच कराई थी, तब डॉक्टर ने मुझे बताया कि तुम्हारे अंदर खून की कमी है, अभी तुम्हारा हीमोग्लोबिन 7 है, डॉक्टर द्वारा मुझे पौष्टिक आहार का सेवन करने के साथ ही मौसमी फलों का सेवन करने, साथ आराम करने की सलाह भी दी गई और मुझे आयरन सुक्रोज चढ़ाया गया । पहले मैं थोड़ा सा भी काम करती थी तो मुझे बहुत थकान महसूस होती थी लेकिन अब मुझे पहले से काफी आराम है । अभी मेरे खून की जांच की गई तो 7.8 खून है, मुझे आयरन सुक्रोज की दूसरी डोज लगवाई है और गर्मी से बचाव करने के लिए भी समझाया गया ।
इस मौके पर डॉ. नीलिमा, सीएचओ नेहा सिंह, सुषमा, एलटी अनुराग वर्मा, एलए राना प्रताप, आशा संगिनी सहित आशा कार्यकर्ता मौजूद रही ।