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बुंदेलखंड में भाजपा की हार का खुल गया रहस्य!एनजीओ नें गठबंधन की बदली तस्वीर


संवाद/ विनोद मिश्रा


बांदा। बदहाल बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने के लिए यहां कई गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) काम कर रहे हैं। यह गरीब व वंचित समुदाय को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के अलावा संविधान बचाओ-देश बचाओ की मुहिम चला रहे हैं। शंका जताई जा रही है कि यह संस्थाएं क्या “इंडिया गठबंधन के एजेंट” के रूप में काम कर रही हैं? लोकसभा चुनाव में दिखा नतीजा इस आशंका को बलवती सा कर रहा है! भगवामय बुंदेलखंड में चार में से तीन सीटें भाजपा के पाले से खिसक गईं। इंडिया गठबंधन की जीत हुई।
गैर सरकारी संगठन शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब व वंचित समुदाय के उत्थान के लिए काम करते हैं।

इनका उद्देश्य व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना होता है। लेकिन बदलते परिवेश ने कई संस्थाओं नें मूल्यों व उद्देश्यों की बदलकर रख दिया है?अब कुछ संस्थाओं का उद्देश्य सिर्फ लाभ कमाना है। ऐसी ही प्रदेश के फैजाबाद (अयोध्या) की “साथी-यूपी संस्था” बुंदेलखंड खंड सहित कई जनपदों में काम कर रही है। कहने को तो यह लोगों के हक और अधिकार की बात करती है, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। “साथी-यूपी” पिछले तीन सालों से बांदा, चित्रकूट, महोबा, जालौन व फतेहपुर में काम कर रही है। इनके संविधान मित्र गांवों में दलित वर्ग सहित वंचित समुदायों में जाकर संविधान को बचाने की बात करते हैं! ऐसी संस्थाओं को कुछ अन्य संस्थाएं भी सहयोग दे रही हैं।

बांदा में “जन साहस संस्था” ने अपना पूरा काम “साथी-यूपी” को हैंडओवर कर दिया है। इसमें “जन साहस का करोड़ों रुपए का बजट भी खर्च” हो रहा है। अब यह पैसा कहां से आ रहा है यह जांच का विषय है?बीहम हाल में हुए लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के एजेंडे की बात करें तो गठबंधन ने संविधान बचाओ-देश बचाओ का नारा जोरो शोरों पर देकर चुनाव लड़ा।

प्रदेश की आधी से ज्यादा सीटों पर अपना कब्जा जमाया। अब हम अगर “उक्त संस्थाओं की मुहिम” को देखें तो इनका चेहरा राजनीति से भरपूर है? ऐसे में “इन संस्थाओं को इंडिया गठबंधन का एजेंट”भी कहा जा सकता है? क्योंकि बुंदेलखंड की जिन तीन सीटों को भाजपा ने खो दिया वहां यह संस्थाएं संविधान बचाओ का प्रचार प्रसार कर रही हैं?जो जांच का विषय है। इस संबंध में “संस्था यूपी” के स्टेट हेड ललित से पूछा गया तो उन्होंने बताया की उनकी संस्था संविधान के प्रति जागरूकता का कार्य बांदा – चित्राकूट में कर रही है।