नई दिल्ली। नीट पेपर लीक मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिकाओं पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. इसके बाद शीर्ष कोर्ट नोटिस जारी कर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और केंद्र से जवाब मांगा है. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि “अगर किसी की ओर से 0.001% लापरवाही हुई है तो इससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए.” इस मामले में सुप्रीम कोर्ट अब 8 जुलाई को अगली सुनवाई करेगा।
बता दें कि एमबीबीएस समेत तमाम मेडिकल कोर्स में एडमिशन के लिए कराई जाने वाली नीट परीक्षा में धांधली के आरोप लगने के बाद देशभर में हंगामा मचा हुआ है. इस परीक्षा में इस बार 78 अभर्थियों को 720 में से 720 नंबर मिलने के बाद कथित धांधली का सामना सामने आया था।
इसके बाद से ही तमाम अभ्यर्थियों ने इस संबंध में जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिताएं दाखिल की हैं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट इससे पहले भी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. अब सुप्रीम कोर्ट नीट परीक्षा के मामले में दोबारा से नोटिस जारी किया है. हालांकि मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेने के लिए शीर्ष कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक नहीं लगाई गई है.
पूछताछ के लिए बुलाए गए अभ्यार्थी
पेपर लीक मामले में बिहार में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) भी एक्शन मोड में है. इस बीच ईओयू ने पूछताछ के लिए सभी अभ्यर्थियों को बुलाया है. सभी अभ्यर्थियों से सुबह 10 बजे से पूछताछ की जाएगी. इसके साथ ही ईओयू अभ्यर्थियों के अभिभावकों को भी बुलाया है. बता दें आर्थिक अपराध इकाई ने उन अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए बुलाया है जिनके रोल नंबर और एडमिट कार्ड आरोपियों के पास से बरामद किए गए थे.
परीक्षा से एक दिन पर रटाए गए जवाब
नीट परीक्षा लीक मामले में बिहार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें से एक ने पेपल लीक होने की बात कही. उसने कहा कि अभ्यर्थियों से 30 से 40 लख रुपये लिए गए हैं. वहीं परीक्षा से ठीक एक दिन पहले अभ्यर्थियों को पश्न पत्र और उसके जवाब रटवाए गए थे. वही सवाल 5 मई को हुई नीट की परीक्षा में पूछे गए थे.
राजस्थान हाईकोर्ट भी आज करेगा सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट के साथ ही राजस्थान हाईकोर्ट भी आज नीट से जुड़े एक मामले की सुनवाई करेगा. दरअसल, तनुजा यादव नाम की एक अभ्यर्थी ने राजस्थान हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की है. जिसमें तनुजा ने कहा है कि उसे परीक्षा के दौरान पेपर आधे घंटे की देरी से दिया गया. साथ ही उसे पेपर को हल करने के लिए पर्याप्त समय भी नहीं दिया गया. इसके अलावा उसे ग्रेस मार्क्स भी नहीं दिए गए. इसे लेकर तनुजा यादव राजस्थान हाईकोर्ट पहुंच गईं. उन्होंने अपनी याचिका में ग्रेस नंबर देने की मांग की है.।