अपराधउत्तर प्रदेश

डाकघर भर्ती में फर्जीवाड़ा प्रकरण:अफसरों पर भी कार्रवाई की मांग

संवाद/ विनोद मिश्रा


बांदा। डाक विभाग में शाखा डाकपाल की भर्ती में फर्जीवाड़ा प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग नें जोर पकड़ लिया है। कहा जा रहा है की फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी करने वालों के साथ ही भर्ती करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। चित्रकूट धाम मंडल में बांदा में भारतीय डाक विभाग ने वर्ष 2023 में शाखा डाकपाल की भर्ती निकली थी। इसमें मैरिट के आधार पर अभ्यर्थियों का नियुक्ति दी गई थी। नौकरी पाने वाले को मंडल के चित्रकूट, महोबा, बांदा, हमीरपुर के उप डाकघर में तैनात किया गया था।

डाक विभाग को भर्ती मेें गड़बड़ी की शिकायत हुई जांच में कई की मार्कशीट फर्जी पाई गई। इसमें चित्रकूट की मऊ तहसील के हन्ना विनैका डाकपाल शैलेंद्र यादव, राजापुर कुईकरौंदी के डाकपाल अंकित दुबे व खटवारा के बीपीएम उमेश कुमार शामिल हैं। इनको सेवा समाप्त का नोटिस दिया गया है। इसी तरह बांदा ,महोबा में भी हैं।कांग्रेस के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री साकेत बिहारी मिश्रा ने कहा कि इस खेल में कई बड़े अधिकारी शामिल होंगे।

उनके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाए। माकपा चित्रकूट के जिला सचिव रूद्र प्रसाद मिश्रा का कहना कि डाक विभाग के अन्य क्रियाक्लापों की उच्चस्तीय जांच कराई जाए। तीन साल पहले कर्वी डाक विभाग के एक प्राइवेट एजेंट ने डाक विभाग की पास बुक में फर्जी मुहर लगाकर डाक विभाग के उपभोक्ताओं कई लाख का चूना लगाया था। इस मामले में थाने में रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी।