संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। मुख्य अभियंता “आरिफ मोहम्मद एवं अवर अभियंताओं में तबादलों को लेकर आपस में ठन” गई है। चार अवर अभियंताओं के “तबादलों के विरोध में मुख्य अभियंता को कोसते हुये धरना -आंदोलन” शुरू हो गया है। मुख्य अभियंता का कहना है की स्थानांतरित अभियंताओं के विरुद्ध कार्य में लापरवाही की जनता द्वारा शिकायतें थी।इसलिये उन्होंने तबादले किये हैं। फिलहाल “मुख्य अभियंता भी कड़े मूड में हैं ,वह कहते हैं की “लापरवाही वह बर्दाश्त नहीं”करगें। और आंदोलित अवर अभियंताओं की मांग है की तबादले निरस्त किये जायें।अन्यथा आंदोलन परवान चढ़ेगा।
दरअसल बिजली विभाग के अवर मुख्य अभियंता पर इस लिये खफा हैं की उन्होंने अवर अभियंता रविकांत अनुरागी,विवेक सिंह,राजनेश कुमार,और विजय कौशल का तबादला क्यों किया है।
वहीं मुख्य अभियंता कहते हैं की सरकारी “कर्मचारियों को कार्य तो करना होगा। हमारी किसी से व्यकितगत रंजिश” नहीं है। मैं तो सिर्फ यह चाहते हूँ की “जन समस्याओं को सुना जायें।उसका प्रभावी निराकरण हो। सरकार की छवि धूमिल नहीं” होना चाहिये। लापरवाही वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। दूसरी ओर अवर अभियंता संगठन के अध्यक्ष कांता प्रसाद का कहना है की मुख्य अभियंता ने जिन चार अभियंताओं के तबादले किये हैं वह नियम विरुद्ध हैं। इससे संगठन में आक्रोश है। ऐसे स्थानांतरण स्वीकार नहीं हैं। इन्हें तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाना चाहिये।