स्वास्थ्य विभाग ने संचारी रोगों के साथ डायरिया रोग से बचाने की कवायद शुरू की
आगरा।जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण के साथ डायरिया रोको अभियान डायरिया रोग से बचाने के लिए चलाया जाएगा। पांच साल से कम उम्र के बच्चों वाले घरों में आशा कार्यकर्ता जाकर ओआरएस व जिंक की सह पैकेजिंग का वितरण करेंगी। अभियान के सफल क्रियामन के लिए आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, बाल विकास एवं पृष्टाहार विभाग, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति, ग्राम्य विकास, बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग,चिकित्सा शिक्षा विभाग का सहयोग लिया जाएगा। । नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अरुण श्रीवास्तव ने दी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जुलाई से मलेरिया, डेंगू के प्रकोप के साथ डायरिया का खतरा बढ़ जाता है। संचारी रोगों के चलते अस्पतालों में बेड के लिए मारामारी रहती है, साथ ही बच्चा वार्ड भी फुल हो जाता है। स्वास्थ्य विभाग ने पहली बार संचारी रोगों से बचाव के साथ डायरिया रोको अभियान चलाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं और आंगनबाड़ी स्तर पर ओआरएस जिंक कॉर्नर की स्थापना की जाएगी।
एक जुलाई से 31 अगस्त तक चलेगा अभियान
जिला मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि विशेष संचारी रोग अभियान एक से 31 जुलाई के बीच एवं 11 जुलाई से दस्तक अभियान चलेगा। डायरिया रोको अभियान को एक जुलाई से 31 अगस्त तक चलाएंगे। जनपद व ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन होगा। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि पांच वर्ष तक के कुपोषित व कम वजन वाले बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी। लोगों को सफाई के प्रति जागरूक किया जाएगा।
डायरिया से बचाव के बताए जाएंगे उपाय
डिप्टी सीएमओ डॉ. सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि आशा कार्यकर्ता डायरिया से बचाव के तरीके बताएंगी। डिप्टी सीएमओ ने बताया कि ओआरएस और जिंक का उपयोग करने पर डायरिया में बच्चों को राहत मिलती है। दस्त होने के दौरान जिंक की गोली देनी चाहिए।