संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। बिजली व्यवस्था में सुधार न लाने पर जल शक्ति राज्य “मंत्री रामकेश निषाद की नाराजगी तबादले के रूप में कहर बनकर बरस” रही है। इसी क्रम में एमडी दक्षिणांचल आगरा अमित किशोर भी नप गये। उनका तबादला हो गया। इसके साथ ही बांदा से मुख्य अभियंता एवं अधिशासी अभियंताओं के बाद दो “अवर अभियंता भी राजेश श्रीवास एवं धीरेन्द्र भास्कर कानपुर के लिये भी स्थानांतरित” हो गये। यहां से कुछ और अवर अभियंताओं पर भी तबादले की गाज गिर सकती है। वैसे यहां कार्य कुशल एवं मेहनती अवर अभियंताओं में कांता प्रसाद ,रविकांत अनुरागी ,रजनेश,साकेत सचान आदि कुछ ऐसे गिने -चुने हीं ह़ै जो जन मन में कर्तव्य निष्ठ की छवि बना चुके हैं। जनता इनका तबादला नहीं चाहती।
खैर,दरअसल बांदा में बिजली आपूर्ति की चरमराई व्यवस्था में सुधार न होने एवं नलकूपों को बिजली संयोजन में हीला हवाली से बिजली विभाग एवं जन प्रतिनिधियों में पाला खिंच गया ह़ै। जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश एवं बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच तो तल्खियां इतनी बढ़ गई की मीडिया में सुर्खियां बन चर्चा का विषय हो गई थीं। सदर विधायक प्रकाश दिवेदी भी बिजली आपूर्ति की निरंतरता के लिये समीक्षायें कर रहें थे। अधिकारियों को दंडित कराने की चेतावनी भी दे रहें थे। बिजली मंत्री एके शर्मा से भी पिछले दिनों भेंट की थी। दक्षिणांचल के एमडी अमित किशोर तो बांदा में पिछले माह तीन दिन कैंप किये रहे पर आपूर्ति व्यवस्था पटरी पर लाने में नाकाम रहे थे।
दूसरी ओर जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद बिजली विभाग की शिथिलता पर यहां के अधिकारियों के खिलाफ जमकर बैटिंग कर रहें हैं! उन्होंने “ऐसे चौके -छक्के जड़ें” की बिजली विभाग दक्षिणांचल आगरा के “उच्च अधिकारी से लेकर बांदा में मुख्य अभियंता,अधिशाषी अभियंताओं के साथ अवर अभियंताओं के भी विकेट धड़ा -धड़ गिर” रहें हैं। सूत्र बताते हैं की कुछ और अवर अभियंताओं के भी तबादले की जद में आने की उम्मीद ह़ै।