लखनऊ. अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल द्वारा अपना दल संस्थापक और अपने पिता स्वर्गीय सोनेलाल पटेल जी की मौत की सीबीआई जांच की मांग का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का सोनेलाल पटेल जी का जयन्ती मनाना और उनकी हत्या की जांच की मांग न मानना विरोधाभासी है. इससे भाजपा की भूमिका ही संदेह के दायरे में आ जाती है.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जब एक राजनेता की हत्या पर उनका परिवार लम्बे समय से जांच की मांग कर रहा हो तब सरकार की तरफ से जांच कराने से कतराना जनता में संशय पैदा करता है कि सरकार जांच में किन खुलासों के सामने आ जाने से डर रही है.
उन्होंने कहा कि यह संशय तब और गहरा जाता है जब पिछले दस सालों से सोनेलाल पटेल जी की एक बेटी ख़ुद केंद्र सरकार में मन्त्री हैं.
शाहनवाज़ आलम ने योगी आदित्यनाथ सरकार से सोनलाल पटेल की मृत्यु की जांच के साथ ही जनसंघ के नेता दीनदयाल उपाध्याय की मुगलसराय में 1968 में हुई हत्या की भी जांच की मांग दुहराई. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी ने मुगलसराय का नाम तो दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर दिया लेकिन उनकी हत्या की जांच से बचते रहे हैं. क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं दीनदयाल उपाध्याय की हत्या में उन लोगों का नाम न सामने आ जाए जिनके बारे में जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष बलराज मधोक ने अपनी किताब ‘ज़िंदगी का सफर’ के तीसरे खंड में नाम लेकर अटल बिहारी वाजपेयी और नानाजी देशमुख की भूमिका की तरफ इशारा किया था.