संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। जिले में बरखा रानी की हल्की एवं तेज फुहारों नें उमस भरी गर्मी बढ़ा दी है। कड़ी धूप निकलने से उमस बढ़ गई है। इसकी चपेट में लोग डायरिया के शिकार हो रहे हैं। इनकी संख्या तेजी से बढ़ रहीं है। बुधवार की सुबह अस्पताल खुलते ही मरीजों की पर्चा काउंटर में लाइन लग गई। पर्चा बनवाने के बाद मरीज चिकित्सकों के कक्ष में पहुंचे और उपचार प्राप्त किया। सोमवार को 1200 से अधिक मरीजों नें रजिस्ट्रेशन कराया। इनमें डायरिया और बुखार से पीड़ित मरीज शामिल रहे। ओपीडी बंद हो जाने के बाद ट्रामा सेंटर में संचालित इमरजेंसी में भी डायरिया और बुखार से पीड़ित मरीज पहुंचे। वहां पर कई मरीजों का उपचार किया। कुछ मरीजों को भर्ती किया गया। ट्रामा सेंटर में बेड फुल होने पर मरीजों को गद्दीदार बेंच में लिटाकर उपचार किया गया।
चिकित्सक से उपचार कराने के बाद पर्चे पर लिखी गई दवा प्राप्त करने के लिए मरीजों व तीमारदारों को सरकारी दवा काउंटर पर लाइन के साथ ही धक्का-मुक्की का शिकार भी होना पड़ा। पहले दवा प्राप्त करने को लेकर मरीजों के बीच तकरार भी होती रही। खास बात यह है कि एक भी सुरक्षा कर्मी दवा वितरण काउंटर के पास नजर नहीं आया। आए दिन दवा वितरण काउंटर में मरीजों के बीच तकरार के साथ ही मारपीट भी होती है। डाक्टर विनीत सचान नें बताया की मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में पर्चा काउंटर के साथ ही दवा वितरण कक्ष में भी लाइन लग जाती है।