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नेशनल रेस्टोरैंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने फूड सर्विसेज़ रिपोर्ट 2024 पेश की


रेस्टोरैंट्स के साथ गहन चर्चा, 140 से ज्यादा सीईओ के साथ मुलाकात और भारत के 40 से ज्यादा शहरों में 5300 से ज्यादा ग्राहकों का अध्ययन करके यह रिपोर्ट तैयार की गई


नई दिल्ली: भारतीय रेस्टोरैंट उद्योग की प्रतिनिधि, नेशनल रेस्टोरैंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अपनी बहु प्रतीक्षित इंडिया फूड सर्विसेज़ रिपोर्ट 2024 (एनआरएआई आईएफएसआर 2024) पेश की। इस अवसर पर एनआरएआई के पदाधिकारी, श्री कबीर सूरी, प्रेसिडेंट-एनआरएआई, को-फाउंडर एवं डायरेक्टर – एज़्योर हॉस्पिटैलिटी; श्री सागर दरयानी, वाईस-प्रेसिडेंट – एनआरएआई, सीईओ एवं को-फाउंडर – वाओ! मोमो फूड्स; श्री नितिन सलूजा, चेयरमैन, रिपोर्ट स्टीयरिंग कमिटी, एनआरएआई, फाउंडर – चायोस; श्री प्रणव रूंगटा, वाईस प्रेसिडेंट – एनआरएआई, डायरेक्टर – करी मी अप; श्री राहुल सिंह, फाउंडर एवं सीईओ, द बीयर कैफे और श्री आनंद शर्मा, डायरेक्टर, कस्टमर डेवलपमेंट – पेप्सिको इंडिया भी मौजूद थे।
एनआरएआई इंडिया फूड सर्विसेज़ रिपोर्ट के पाँचवें संस्करण में उद्योग के हितधारकों और ग्राहकों द्वारा गहन विश्लेषण साझा किया गया है। इस रिपोर्ट में संचालन के मॉडल और अभ्यासों, निवेश की रणनीतियों, डाईनिंग के ट्रेंड्स और सस्टेनेबिलिटी के प्रयासों की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई है।
एनआरएआई आईएफएसआर 2024 के मुताबिक भारतीय फूड सर्विसेज़ उद्योग का मूल्य वित्तवर्ष 2024 में 5,69,487 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। वित्तवर्ष 2028 तक यह 8.1% की सीएजीआर से बढ़ते हुए 7,76,511 करोड़ रुपये तक पहुँच जाएगा, तथा इस संगठित क्षेत्र के 13.2% की सीएजीआर से बढ़ने की उम्मीद है।
एनआरएआई के प्रेसिडेंट एवं एज़्योर हॉस्पिटैलिटी के डायरेक्टर, श्री कबीर सूरी ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के दौरान लगे झटके के बावजूद भारत में फूड सर्विस उद्योग तेजी से वृद्धि कर रहा है। इस सेक्टर में 85.5 लाख लोग काम करते हैं, और यह भारतीय खजाने में 33,809 करोड़ रुपये का योगदान देता है। कोविड के बाद इस उद्योग की रिकवरी ने इसकी मजबूती को प्रदर्शित किया है। इसलिए सरकार द्वारा इस उद्योग के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव को स्वीकार करने और इस सेक्टर को पूरी क्षमता तक विकास करने में मदद करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है।’’
इस रिपोर्ट के बारे में नितिन सलूजा, चेयरमैन, रिपोर्ट स्टीयरिंग कमिटी, एनआरएआई एवं फाउंडर, चायोस ने कहा, ‘‘फूड सर्विसेज़ उद्योग में पिछले पाँच सालों में भारी परिवर्तन आया है। अब घर के खाने की जगह फूड डिलीवरी लेती जा रही है। यह सेक्टर बहुत महत्वपूर्ण है, जो कई भारतीयों को आजीविका प्रदान कर रहा है और उन लोगों का सहयोग कर रहा है, जो अच्छे अवसरों की तलाश में बड़े शहरों में आते हैं, और समय की कमी के कारण रोज खाना नहीं बना पाते हैं।
एनआरएआई आईएफएसआर रिपोर्ट 2024 के बारे में सागर दरयानी, वाईस प्रेसिडेंट, एनआरएआई, सीईओ एवं को-फाउंडर, वाओ! मोमो फूड्स ने कहा, ‘‘भारत में फूड सर्विसेज़ उद्योग का विकास बहुत तेजी से हो रहा है, जिसमें दुनिया की सबसे विशाल युवा आबादी, तीव्र शहरीकरण, विस्तृत एक्सपोज़र, और बढ़ती आय का सहयोग मिल रहा है। अपने प्रियजनों के साथ खासकर शाम को या डिनर के वक्त समय बिताने के लिए बाहर जाकर खाना और खाना घर पर मंगाना ग्राहकों की पसंद बनता जा रहा है।’’
फूड सर्विसेज़ उद्योग ने कोरोना महामारी के प्रभाव से उबरने में उल्लेखनीय मजबूती का प्रदर्शन किया है। अब इस क्षेत्र में कई नए ट्रेंड देखने को मिल रहे हैं। ग्राहक उच्च गुणवत्ता के उत्तम डाईनिंग अनुभवों ज्यादा निवेश कर रहे हैं, जिसका उद्योग पर बड़ा प्रभाव पड़ रहा है। इसके अलावा, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से भी ग्राहकों की मांग पर गहरा असर हो रहा है। इस रिपोर्ट का उद्देश्य उद्योग के आकार, सेगमेंट्स और विकास के अवसरों के साथ सभी हितधारकों के लिए जानकारी का विश्वसनीय स्रोत बनना है। यह रिपोर्ट रेस्टोरैंट मालिकों और ऑपरेटर्स को व्यापारिक वृद्धि के मुख्य चालकों को समझने और अपना राजस्व बढ़ाने में मदद करेगी।