भागलपुर: विश्व जनसंख्या दिवस पर भागलपुर चैप्टर, भारतीय पोषण संघ एवं सफाली संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में सेमिनार सह वेबीनार का आयोजन सफाली परिसर सराय में किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत सफाली बाल मंडली सदस्य के स्वागत गान से हुआ। अतिथियों का स्वागत करते हुए आयोजन सचिव गुलअफशा परवीन ने कहा की जनसंख्या की दृष्टिकोण से भले ही हम दुनिया का सबसे बड़ा देश बन जाए लेकिन भौगोलिक दृष्टि से विश्व का सातवां स्थान है। जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए स्त्री शिक्षा पर जोर देने की जरूरत है उन्होंने बिहार मुख्यमंत्री के महिला संबंधी कार्यक्रम जैसे छात्रवृत्ति, पोशाक, प्रोत्साहन राशि, साइकिल आदि की सरहाना की है जिनकी वजह से महिलाओ की शिक्षा बेहतर हुई। जिससे जनसंख्या पर नियंत्रित कर पाना संभव हो रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. डॉ. फारूक अली, पूर्व कुलपति जयप्रकाश यूनिवर्सिटी छपरा ने अपने संबोधन में प्रेजेंटेशन के माध्यम से कहा कि जनसंख्या समस्या एक प्रबंधन की समस्या है। मानव अनउपयोगी हो यह एक सामाजिक विडंबना है। महिलाओं का सशक्तिकरण उनके जीवन पर उनका अधिकार एवं इस पर निर्णय लेने का अधिकार जब तक परिवार, समाज और देश उन्हें नहीं देगा तब तक समस्या जस का तस बनी रहेगी । स्त्री शिक्षा और सशक्तिकरण परिवार नियोजन पिल्स की तरह काम करता है। आज भी वैसे दंपति को ज्यादा बच्चे हो रहे हैं जो उनका सही से शिक्षा, दीक्षा और लालन-पालन नहीं कर पा रहे हैं। आंकड़ों का संकलन उनका विश्लेषण और उनका समुचित क्रियान्वयन से ही समस्या का समाधान संभव है ।
वहीं डॉक्टर शाहिद राजा जमाल,वि० विभागाध्यक्ष पी जी उर्दू विभाग, मुंगेर यूनिवर्सिटी ने कहा की समस्या का समाधान, समुचित शिक्षा, चिकित्सा और युवाओं को व्यवसाय उपलब्ध कराकर इस समस्या का समुचित प्रबंधन संभव हो पाएगा ।उन्होंने यह भी कहा कि समाज में जो सामाजिक व धार्मिक रूढ़िवादिता बनी हुई है उसको खत्म करने की जरूरत है।
वही डॉ शाहिदा खानम पूर्व विभागाध्यक्षता गृह विज्ञान ने कहा कि डाटा का संकलन और समय पर उनका उपलब्ध होना बहुत ही जरूरी है। उन्होंने बाल विवाह रोकने की लोगों से अपील की है उन्होंने यह भी कहा कि बढ़ती जनसंख्या से गरीबी, लाचारी, बेरोजगारी की समस्या बढ़ती है।
इस मौके पर डॉ बबिता, शबनम, वंदना कुमारी, पूनम कुमारी,अली हुसैन आदि विभिन्न यूनिवर्सिटी से जुड़े और अपने-अपने विचार व्यक्त किए धन्यवाद ज्ञापन मो दानिश ने किया। इस मौके पर रैली निकाली गई जिसको डॉक्टर फारूक अली ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया जो सराय के विभिन्न इलाकों में घूमी।