पुलिस लाठीचार्ज मे कई लोग हुए घायल
एडीएम एएसपी के आश्वासन के बाद मामला हुआ शांत
संवाद। नूरुल इस्लाम
कासगंज।गंजडुंडवारा कस्बे मे मोहर्रम पर बुधवार को ताजिया का जुलूस निकलते दौरान पटियाली तिराहे पर रात्रि लगभग तीन बजे अचानक व्यवस्था बनाने पहुंची कोतवाली पुलिस द्वारा जुलूस को जल्द पूरा करने की बात कही गई।उसी वक्त अचानक दो पुलिसकर्मियों ने ने लाठी चार्ज कर दिया, जिससे माहौल बिगड गया। लाठीचार्ज मे कई बच्चे,युवक व वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसको लेकर मौजूद लोगों मे आक्रोश पनप गया और नारेबाजी कर लाठीचार्ज मे सम्मलित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी के साथ धरने पर बैठ गए।गुरुवार सुबह तक मामला शांत न हो सका और मौके पर आसपास के थाने की फोर्स को बुलाना पड़ा।पुलिस ने मनमाने ढंग से किया लाठी चार्ज ताजिया कमेटी के पदाधिकारी हसीबुल ने बताया गत वर्षों की तरह कस्बे के पटियाली तिराहे स्थित मस्जिद के पास माहर्रम पर्व पर रात्रि में ढोल नगाड़ो के साथ पश्चिम थोक व पूर्व थोक के ताजिया सुपुर्द ए खाक का आयोजन चल रहा था। रात्रि को ताजिया को एटा रोड स्थित करबला पर ले जाने की तैयारी चल ही रही थी ।तभी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और मौजूद भीड़ को हटाने लगी। इस दौरान दो पुलिसकर्मीयो द्वारा अचानक लाठीचार्ज कर दिया गया, जिससे मौके पर भगदड़ मच गई। लाठीचार्ज में कई बच्चे, वृद्ध एवं युवक घायल हो गए, जिसमें एक बच्चे के सिर पर काफी चोट आई, जिससे मौके पर मौजूद लोग आक्रोशित हो बेवजह किए गए लाठी चार्ज का विरोध करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
जानकारी मिलते ही पहुंचे सपा प्रवक्ता मौके पर सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी भी पहुंच गए। सपा प्रवक्ता द्वार मौके पर मौजूद क्षेत्राधिकारी विजय कुमार राना एवं कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार से भी बात की और बेवजह की गई लाठी चार्ज को गलत बताया और इसका विरोध किया।इस दौरान सपा प्रवक्ता एवं ताजिया कमेटी के लोग दोनों पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई को लेकर सैकडो की तादात मे मौजूद भीड़ के साथ धरने पर बैठ गए।सुबह छह बजे तक पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें समझाने का बहुत प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं माने। उन्होंने मांग रखी कि लाठीचार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया जाए और उनका मेडिकल कराया जाए। जिस पर क्षेत्राधिकार वीके राना द्वारा लिखित तहरीर मांगी गई, लेकिन इसके बाद भी आक्रोशित लोग धरने पर बैठे रहे और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे।
लाठीचार्ज का क्या कारण रहा है इसकी जांच की जा रही है। लाठीचार्ज को लेकर विवाद हुआ था। मामले में दो पुलिसकर्मियों के विरुद्ध तहरीर प्राप्त हुई है, जिसमें उनका मेडिकल कराए जाने और कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है।
- विजय कुमार राना, पुलिस क्षेत्राधिकारी पटियाली