न्यायपालिका का इसपर स्वतः संज्ञान नहीं लेना चिंता का विषय
साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 154 वीं कड़ी में बोले कांग्रेस नेता
लखनऊ. लोकसभा चुनाव में दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों के बीच संविधान बचाने के लिए राजनीतिक एकता बनी थी. इसी एकता को तोड़ने के लिए पवित्र काँवड़ यात्रा का इस्तेमाल योगी सरकार कर रही है क्योंकि काँवड़ यात्रा में ज़्यादातर पिछड़े और दलित वर्गों के लोग शामिल होते हैं.
ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 154 वीं कड़ी में कहीं.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि योगी सरकार का यह षड्यंत्र कामयाब नहीं हो पाएगा क्योंकि समाज आरएसएस और भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को समझ चुका है. उन्होंने कहा कि अगर नेमप्लेट पर असली नाम ही लिखना है तो क्या योगी जी भी ऐसा करेंगे जिनका असली नाम अजय सिंह बिष्ट है. योगी जी को अपने इस अभियान में खुद अपना उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इसकी पहल करनी चाहिए.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि हमारी न्यायपालिका का इस विभाजनकारी और असंवैधानिक षड्यंत्र का स्वतः संज्ञान नहीं लेना चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा की कांग्रेस देश की एकता, अखंडता और सामाजिक सद्भाव को बचाने के लिए पूरी ताक़त के साथ इस विभाजनकारी षड्यंत्र का विरोध करेगी.