उत्तर प्रदेश

डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा तथा आयुर्वेदिक विज्ञान व अनुसंधान परिषद आयुष मंत्रालय भारत सरकार के मध्य हुआ समझौता


आगरा। डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा तथा आयुर्वेदिक विज्ञान व अनुसंधान परिषद (आयुष मंत्रालय, भारत सरकार) के मध्य आज स्वामी विवेकानंद परिसर खंदारी में द्विपक्षी समझौता आगरा विश्विधालय कुलपति प्रो आशु रानी के निर्देशन में हुआ जिसका उद्देश्य अनुसंधान, शिक्षा, प्रशिक्षण, सांख्यिकी, डाटा विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, जीवन विज्ञान, रसायन विज्ञान और संबंधित क्षेत्रों में सहयोगात्मक अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
इस समझौता ज्ञापन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो पीके सिंह तथा आयुष मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल प्रो वेदया रबिनारायण आचार्य के हस्ताक्षर विश्विधालय के प्रति कुलपति प्रो अजय तनेजा, डीन अकादमिक प्रो संजीव कुमार, प्रोजेक्ट नोडल अधिकारी प्रो विनीता सिंह तथा आयुष मंत्रालय के स्टैटिसटिकल ऑफीसर डॉ राकेश राणा तथा डॉ अरूनाभ त्रिपाठी के समक्ष समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुए.
ज्ञात हो कि केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद भारत सरकार के आयुष मंत्रालय का एक स्वायत्त निकाय है यह आयुर्वेदिक विज्ञान में वैज्ञानिक आधार पर अनुसंधान के निर्माण, समन्वय, विकास और प्रचार के लिए भारत में शीर्ष निकाय है। जिसकी गतिविधियां पूरे भारत में 30 केंद्रों के माध्यम से अनेक विश्वविद्यालय अस्पतालों और संस्थाओं के साथ सहयोग से की जा रही है। डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के रिसर्च स्कॉलर Ph.D के अध्यादेश के अनुसार अपने शोध का एक हिस्सा CCRAS संस्थानों में आयोजित कर सकते हैं। साथ ही एमएससी के छात्र अपना प्रोजेक्ट CCRAS के संस्थानों में उनके एक सहपर्यवेक्षक के साथ पूरा कर सकते हैं।
इसके साथ ही आज अनुबंध हस्ताक्षर के दौरान विश्वविद्यालय के बाकि विभागों के विभागध्यक्ष भी उपस्थित रहे और किस तरह से आयुष मंत्रालय के साथ उनके विभाग के छात्र जुड़कर कार्य कर सकते हैँ इसपर भी चर्चा हुईं. जिसमें के ऍम आई संस्थान के musem में रखी हुईं हस्तलिपि को आई हुईं टीम ने देखा और जीव विज्ञान संस्थान, केमिस्ट्री संस्थान, गणित विभाग और फ़ूड एंड नुट्रिशन संस्थान के साथ उनकी चर्चा हुईं. साथ ही सामुदायिक रेडियो 90.4 आगरा की आवाज़ पर कार्यक्रम अधिशासी पूजा सक्सेना द्वारा उनका इस अनुबंध को लेकर साक्षात्कार भी लिया गया.
ये समझौता प्रपत्र आज दिनांक 27 जुलाई 2024 (हस्ताक्षर की तिथि) से 5 वर्ष के लिए प्रभावी होगा।
इस समझौता ज्ञापन से विश्वविद्यालय के परास्नातक और शोध छात्रों को बहुत लाभ प्राप्त होगा.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो आशु रानी जी ने CCRAS के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया. समझौता ज्ञापन के समय प्रो सुगम आनंद, प्रो अर्चना सिंह, प्रो संजय चौधरी, प्रो रजनीश अग्निहोत्री, प्रो संतोष विहारी शर्मा, प्रो अचला गक्खड़, प्रो गौतम जैसवार, प्रो मोहम्मद अरशद, डॉ मोहम्मद हुसैन प्रो रणवीर सिंह, डॉ राजीव वर्मा, डॉ राजेश कुशवाहा, डॉ अंजना गुप्ता, डॉ गुंजन अग्रवाल, डॉ प्रियंका सचदेवा आदि की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। विश्वविद्यालय में इसका नोडल केंद्र समाज विज्ञान संस्थान में सांख्यिकी विभाग है।