अरविन्द केजरीवाल की अवैध गिरफ्तारी के विरोध में इण्डिया गठबन्धन का राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
विकास कार्यों से डरकर मोदी सरकार ने केजरीवाल जी को द्वेषपूर्वक फंसाया- विजय जैन
संवाद। । मोहम्मद नज़ीर क़ादरी
अज़मेर । आम आदमी पार्टी राजस्थान की प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता श्रीमति कीर्ति पाठक ने कहा कि एक डरा हुआ तानाशाह विश्व के सबसे बडे जनतंत्र में हमारी संवैधानिक संस्थाओं को नियंत्रित करके जो विपक्ष की पार्टियों के लोग हैं उन पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं जो वो करते हैं उसी को सही माना जाए इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल जो दिल्ली के मुख्यमंत्री भी हैं उनको इन लोगों ने असंवैधानिक रूप से गिरफ्तार किया हुआ है, जब कोर्ट ने उनको बेल दे दी, ईडी से PMLA के अन्तर्गत कोई केस नहीं बन रहा, कोई पैसे की रिकवरी नहीं हुई है, कोई भी इनके खिलाफ सबूत नहीं दिया गया है तब भी अगर केन्द्र सरकार नैतिकता के अभाव में और अमर्यादित आचरण करेगी तो उसका विरोध तो करना ही होगा, इण्डिया गठबन्धन से हमारे साथी हैं कांग्रेस से, CPIM से और आम आदमी पार्टी से हम लोग हैं, आज हम इसी विषय में एक ज्ञापन राष्ट्रपति महोदया के नाम देने आए थे कि जब अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ कोई सबूत नहीं है तथा वह बीमार भी हैं तो उनको रिहा किया जाना चाहिए, हमारी संवैधानिक एजेन्सीज का दुरूपयोग बन्द किया जाना चाहिए और केन्द्र सरकार को ऐसे कदम उठाने से रोका जाना चाहिए जिससे लोकतन्त्र की हत्या हो।
आम आदमी पार्टी के अजमेर लोकसभा प्रभारी ने बताया कि आम आदमी पार्टी के बढते हुए प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से केन्द्र ने अरविन्द केजरीवाल एवं अन्य राष्ट्रीय नेताओं को एक ऐसे झूठे मुकदमे में फंसाया है जो पूरी तरह से मनघडंत है, ऐसा कोई घोटाला वास्तव में है ही नहीं लगभग ढाई साल में एक भी रूपया आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता से बरामद नहीं हुआ उसके बाद भी सिर्फ आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की नियत से नेताओं को गिरफ्तार कर ईडी और सीबीआई जैसी संस्थाओं का दुरूपयोग किया जा रहा है। इसके परिणाम केन्द्र को इस चुनाव में मिला और अब आने वाले चुनावों में और गम्भीर परिणाम भाजपा को भुगतने पडेंगे।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि इण्डिया गठबन्धन के हमारे प्रमुख सदस्य और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी को असंवैधानिक तरीके से अभी तक जेल में रखा हुआ है और ईडी और हमारी दुसरी संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर उनको नाजायज परेशान किया जा रहा है उसके लिए आप पार्टी के साथियों के साथ हमने जिलाधीश महोदया को ज्ञापन दिया है उसमें हमने मांग रखी है कि उनका केस वापस लिया जाए, उन्हे तुरन्त रिहा किया जाए, अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली में जिस तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई, देश में उन्होने मूलभूत सुविधाएं और मूलभूत ढांचे को बचाए रखने के लिए, देश की सम्पत्ति को बचाए रखने के लिए जो आवाज उठाई, उसको दबाने के लिए केन्द्र सरकार ने ये कदम उठाया है वो अशोभनीय कदम है उसे तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए अन्यथा एक नेता को जेल में रखना और हमारे कार्यकर्ता का सडक पर उतरना ये सरकार की स्वयं की जिम्मेदारी होगी।
इस ज्ञापन में प्रदेश उपाध्यक्ष कीर्ति पाठक, लोकसभाध्यक्ष त्रिवेन्द्र पाठक, काग्रेस जिलाध्यक्ष विजय जैन, CPIM महासचिव प्रवीण कुलश्रेष्ठ, विपिन बैसिल, आफाक अली, हेमन्त गहरवार, हिमनन्दनी चौहान, एडवोकेट पूनम, सुधीर बस्सी, राकेश, आलम, सुनील वाल्मिकी एवं अन्य कई साथी व पदाधिकारी शामिल रहे।