आगरा।भारत में आधुनिक रसायन विज्ञान के पितामह आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे के जन्मदिन को नेशनल केमिस्ट्री डे के रूप में मनाया
इंडियन काउंसिल ऑफ केमिस्ट्स, विज्ञान भारती ब्रज प्रांत एवं रसायन विज्ञान विभाग आगरा कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आधुनिक रसायन विज्ञान के पितामह आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे के जन्मदिन को नेशनल केमिस्ट्री डे के रूप में मनाया, जिसमें एक संभाषण का आयोजन किया, जिसका विषय था “साइंस इन इंडियन नॉलेज सिस्टम विद स्पेशल रेफरेंस टू केमिस्ट्री”।
आगरा कॉलेज के सेमिनार हाल में आयोजित संभाषण में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ केमिस्ट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुंगेर विश्विद्यालय, बिहार के पूर्व कुलपति प्रो रंजीत वर्मा ने कहा कि ब्रिटिश काल में अंग्रेजों ने भारतीयों के मनोबल को तोड़कर देश पर शासन किया। उस समय सर्वप्रथम विवेकानंद ने शिकागो धर्म सम्मेलन के माध्यम से भारतीयों के मनोबल में वृद्धि की और उसके बाद दूसरे नम्बर पर आचार्य पीसी रे आते हैं, जिन्होंने ब्रिटिश कार्यकाल में केमिकल फैक्ट्री स्थापित कर देशवासियों का मान बढ़ाया और देश में वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी तैयार की। इनको श्रद्धांजलि देने के लिए आईसीसी पूरे देश में आज के दिन को राष्ट्रीय रसायन विज्ञान दिवस के रूप में माना रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि आचार्य पीसी रे के जन्म दिन 2 अगस्त को राष्ट्रीय रसायन विज्ञान दिवस के रूप में घोषित करना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि पूर्व कुलपति-भरतपुर विश्विद्यालय प्रो राजेश धाकरे ने आचार्य पीसी रे के जीवन की छोटी छोटी घटनाओं के माध्यम से उनके जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने आचार्य रे द्वारा लिखी दी हिस्ट्री ऑफ़ हिंदू केमिस्ट्री के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि आचार्य रे ने युवावस्था में ही विज्ञान के माध्यम से देश सेवा का कार्य प्रारंभ कर दिया था।
संभाषण की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने कहा कि आचार्य पीसी रे के जन्म दिन को अगले वर्ष समारोहपूर्वक बड़े स्तर पर मनाएंगे।
रसायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो मनोज कुमार रावत ने कार्यक्रम की भूमिका रखी। विज्ञान भारती, ब्रज प्रांत की महासचिव डा संध्या अग्रवाल ने स्वागत उद्बोधन दिया। प्रो संचिता सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।
प्रो अमित अग्रवाल ने संभाषण का संचालन किया।
संगोष्ठी में एमएससी रसायन विज्ञान के विद्यार्थी ऐश्वर्या, नैंसी, सूर्य प्रताप एवं साधना ने भी विचार व्यक्त किए।
इस दौरान डा एससी गोयल, प्रो वंदना द्विवेदी, प्रो बिपिन सिंह, प्रो कल्पना चतुर्वेदी, प्रो स्मिता चतुर्वेदी, प्रो विनोद कुमार, डा भूपेंद्र सिंह, प्रो महेंद्र सिंह, डा सौवीर सिंह, डा सपना तोमर, चेतन गौतम, जावेद अहमद, गौरव प्रकाश, डा दिव्या अग्रवाल, डा यशस्वीता चौहान, डा नीता रानी, डा सीमा गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
डा संध्या अग्रवाल
महासचिव
विज्ञान भारती, ब्रज प्रांत