आगरा। सरताजे आगरा हज़रत सय्यदना शाह अमीर अबुल उला रह० के दरबार के नाम आगरा ही नहीं पूरे हिन्दुस्तान में बड़े आदर व श्रद्धा के साथ लिया जाता है। आपके दरबार में अपने मन की मुरादे पाता है आपके शिष्य पूरे हिन्दुस्तान में व विदेशों में भी शाख दर शाख फैले हुए हैं।
हजरत सय्यदना का परिवार समरकन्द बुखारा से दिल्ली आया और आपका जन्म दिल्ली के पास नरेला में इस्लामी हिजरी 990 में हुआ आपके पिता का स्वर्गवास आपकी बाल्यवस्था में ही हो गया था। आप अपने दादा हुजूर अमीर अब्दुल सलाम व माताजी के साथ फतेहपुर सीकरी से होते हुए अन्त में आगरा में कयाम किया। आपके दादा हुजूर मक्का तशरीफ ले गये और लौटकर नहीं आए। हजरत की आगे की शिक्षा दीक्षा आपके नाना किबला फैजी साहब ने की जो अकबर के दौरे हुकूमत में ब्रदवान में राजा मान सिंह की कमान में थे। नाना को कोई औलाद नहीं थीं। आपके स्वर्गवास होने पर राजा मानसिंह ने हजरत सय्यदना को फौज में आला औहदे पर स्थान दिया।
कुछ समय बाद हजरत ने एक सपना देखा हजरत हुसैन रजी. व चमकता हुआ चेहरा सरवरे आलम मौहम्मद मुस्तफा सल्ल्ल्लाहो अलह वसल्लम का था। जिसमें आपने अपने पूर्वजों हजरत अली करम अल्लाह वजहो, हजरत हसन रजी. को यह कहते सुना कि अबुल उला तुमने यह क्या शक्ल अपना रखी है इसको त्योगो और हमारी शक्ल अपनाओ, रोजी रोटी के लिए अल्लाह पर भरोसा रखो और अल्लाह सब रोशन करने वाला है। जमीन और आसमान के इस राज को दिल की गहराई से समझो इस सपने के बाद आपके जीवन की दिशा ही बदल गई जो आज हम सब लोगों के सामने है।
आपका परदा हिजरी (1061) सन् 1651 ई. को हुआ। उसके बाद से दरगाह के सज्जादानशीन हर वर्ष चाँद की 8 व 9 को बड़ी शानो शैकत के साथ उर्स मनाते हैं, जिसमें पूरे हिन्दुस्तान व बाहर के देशों से भी शिरकत करने आते हैं।
ये रहेगा उर्स का कार्यक्रम
दि. 12-08-2024 साँय 5:15 बजे दिन पीर
385 वें उर्स पर विस्तृत कार्यक्रमों की जानकारी
ऐहरारी झण्डा – साँय 5:15 बजे सज्जादानशीन सैय्यद मोहतशिम अली अबुल उलाई अपने परिवार वालो. नायब सज्जादगान व कुछ परिवार के सदस्य केवल
ज़िक-ए-औलिया व नात ख्यानी रात बाद नमाज़े इशां
दि. 13-08-2024 साँय 5:30 बजे दिन मंगल
साँय 5:30 बजे से 8:30 बजे तक महिलाओं द्वारा आयोजित मीलाद शरीफ (हुजूर मोहम्मद (स.अ.) की पैदाईश (जन्म) का ज़िक व काव्य पाठ (नातख्वानी)
दि. 14-08-2024 साँय 5:15 बजे दिन बुद्ध मेन दरगाह (मज़ार ह. सैय्यदना अबुलउला) के स्नान तथा संदल लगाने का कार्यक्रम सज्जादानशीन, नायब सज्जादगान, परिवार के सदस्यों तथा कुछ चुनिंदा सूफी संतो के साथ किया जायेगा। अंदर जगह कम होने तथा सुरक्षा का
ध्यान रखते हुए इस अवधि में पुलिस फोर्स को शांतिपूर्ण ढंग से कार्यक्रम सम्पन्न कराने की व्यवस्था करने की आवश्यकता होगी। प्रवेश पूर्व शटर गेट से किया जाता है। रात्रि 8:30 बजे से कव्वाली कार्यकम सज्जादानशीन उपरोक्त द्वारा पूर्व की ओर टीन शेड में सम्पन्न किया जायेगा
जो रात्रि 12:00 बजे तक समाप्त हो जायेगा। दि. 15-08-2024 दिन जुमरात कुल शरीफ :-
प्रात: 10:00 बजे से सैय्यदना अबुलउला सहाब के जीवन तथा कार्यों पर प्रकाश डाला जायेगा तथा 10:45 प्रातः बजे
से कुरान का पाठ किया जायेगा। इसके बाद देश में अमन चैन, शाँति तथा सद्भाव के लिए दुआएँ की जायेगी बाद में गुलाब जल का छिडकाव किया जायेगा। यह कार्यकम मेन मस्जिद में किया जाता है। बाहर के बड़े भाग में आम जनता के बैठने की व्यवस्था की जाती है। तथा अन्दरूनी भाग में तीन चैनल लगे है, इनको खोलने बंद करने की व्यवस्था स्थान के उपलब्ध होने के आधार पर VIPs तथा कुरान शरीफ पाठ करने वालो के बैठने की व्यवस्था की जाती है।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सज्जादानशीन, नायब सज्जादों, दरगाह अबुलउला साहब परिवार तथा देश के सूफी संतों को सम्मिलित किया जाता है।
इस अवधि 10 बजे से 12 बजे प्रातः पुलिस व्यवस्था की आवश्यकता होगी जिससे कार्यक्रम समाप्ति पर बाहर निकलते समय धक्का या भगदड़ की स्थिति न बन जाये। कार्यक्रम में अनेक महिलाये एवं बच्चे काफी संख्या में होते है।
दि. 16-08-2024 दिन जुमा
महफिल-ए-रंग प्रातः 10:00 बजे तकसीम चादर दोपहर 12:00 बजे से
दि. 23-08-2024 दिन जुमा बवक्त बाद नमाज अस फातिहा साबिक (भूतपूर्व) सज्जादगान, दरगाह हजरत सैय्यदना शाह अमीर अबुलउला (रह.)