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एनडीडी अभियान को सफल बनाने के लिए विभाग मिलकर करें कार्य- एडी

-राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत मंडल स्तरीय अन्तर्विभागीय बैठक का हुआ आयोजन

  • आगरा मंडल के चारों जनपदों में 10 अगस्त को खिलाई जाएगी पेट के कीड़े निकालने की दवा
  • 14 अगस्त को चलेगा मॉप अप राउंड, जिसमें दवा खाने से छूटे हुए बच्चों को किया जाएगा आच्छादित

आगरा। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अर्न्तगत राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के सफल क्रियान्वयन और निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मंगलवार को कार्यालय एडी सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। अपर निदेशक चिकित्सा एवं परिवार कल्याण आगरा मंडल डॉ.चंद्रशेखर की अध्यक्षता में अन्तर्विभागीय बैठक में आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा और मैनपुरी के स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग सहित नेशनल हेल्थ मिशन के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

अपर निदेशक चिकित्सा एवं परिवार कल्याण आगरा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्देश्य बच्चों में कृमि संक्रमण को रोकना और नियंत्रित करना है। यह दिवस हर साल फरवरी और अगस्त में मनाया जाता है। अभियान के दौरान एक से 19 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों और किशोरों,किशोरियों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी । एनडीडी अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभागों को मिलकर कार्य करना होगा। आगरा मंडल के चारों जनपदों में 10 अगस्त को पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाई जाएगी ।

एडी डॉ.चंद्रशेखर ने बताया कि अभियान के दौरान जनपद आगरा 24.27 लाख, फिरोजाबाद 14.08 लाख, मथुरा 14.16 लाख और मैनपुरी 10.36 लाख बच्चों और किशोरों,किशोरियों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में उपस्थित अधिकारियों को शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निर्देशित भी किया ।

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. संजीव बर्मन ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से एक से पांच साल तक के बच्चों को दवा दी जाएगी। जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में छह से 19 साल तक के बच्चों व किशोरों-किशोरियों को शिक्षकों की मदद से दवा खिलाएंगी।

जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक डॉ. विजय सिंह ने बताया कि एक से दो साल तक के बच्चों को आधी गोली और दो से 19 साल तक बच्चों व किशोरों को पूरी गोली खिलाई जाएगी। छोटे बच्चों को गोली पीसकर दी जानी है। जबकि बड़े बच्चे गोली चबाकर खा सकेंगे। अभियान को सफल बनाने के लिए एविडेंस एक्शन इंडिया संस्था अहम भूमिका निभा रही है।

यह हैं कृमि मुक्ति के फायदे :

  • रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि
  • स्वास्थ्य और पोषण में सुधार
  • एनीमिया नियंत्रण
  • समुदाय में कृमि व्यापकता में कमी
  • सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार