संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा।मध्य प्रदेश की घाटियों में लगातार कई दिनों से हो रही बारिश के चलते गंगऊ और बरियारपुर बांध उफना गए हैं। इनका पानी केन नदी में छोड़े जाने से नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। सोमवार की शाम तक नदी ने खतरे का लाल निशान 104 मीटर पार कर 105 मीटर पर पहुंच गई। देर रात तक इसके 108 मीटर पहुंच जानें की संभावना है। जिससे नदी किनारे बसे गांव में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। प्रशासन ने नदी के किनारे गांवों को अलर्ट कर दिया है। बाढ़ चौकिया को भी सतर्क रहने को कहा गया है।
मध्य प्रदेश स्थित बांध क्षेत्र के इनकैचमेंट एरिया में हो रही बारिश से गंगऊ और बरियारपुर बांध उफना गए हैं।
दोनों बांध केन नदी में ही मध्य प्रदेश के छतरपुर व पन्ना जनपदों में बने हैं। सोमवार की शाम गंगऊ से 3 लाख 7 हजार 478 और बरियारपुर बांध से 3 लाख 24 हजार 64 क्यूसेक पानी नदी में गिर रहा है। यह पानी बारिश के बाद सर्वाधिक डिस्चार्ज है।
नदी का जलस्तर हर घंटे करीब 10 सेंटीमीटर बढ़ रहा है जिससे नदी किनारे गांवों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक मंगलवार को सवेरे नदी का जलस्तर 109 मीटर तक पहुंच सकता है। कनवारा क्षेत्र में एसडीएम रजत वर्मा,तहसीलदार राधे श्याम नें ब्रह्मा डेरा में लगातार नजर बनाये है। राजस्व निरीक्षक अवधेश पटेल,लेखपाल दीपक त्रिपाठी ब्रम्हा डेरा एवं आसपास अत्यन्त सतर्क देखें गये ताकि संभावित बाढ़ से जन धन की हानि न हो सके।