नई दिल्ली:केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद (के.यू.चि.अ.प.), आयुष मंत्रालय, भारत सरकारराष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग (रा.भा.चि.प.आ.) के सहयोग से 7-8 अगस्त, 2024 के दौरान यूनानी चिकित्सा में स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली के गुणवत्तापूर्ण मानकों और के.यू.चि.अ.प.की डिजिटल पहलों पर एक वेबिनार का आयोजन कर रहा है। साथ ही यूनानी चिकित्सा के स्नातक छात्रों में अनुसंधान के प्रति रुचि और योग्यता को बढ़ावा देने के लिए यूनानी चिकित्सा अनुसंधान में छात्रवृत्ति कार्यक्रम (एसपीयूआर) का विमोचनकर रहा है।
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में आज डॉ. एन. ज़हीर अहमद, महानिदेशक, के.यू.चि.अ.प.ने स्वागत और परिचयात्मक संबोधन दिया। वैद्य जयंत देवपुजारी, अध्यक्ष, रा.भा.चि.प.आ.ने यूनानी चिकित्सा अनुसंधान में छात्रवृत्ति कार्यक्रम (एसपीयूआर) का विमोचन किया और उद्घाटन सम्बोधन दिया। डॉ. के. जगन्नाथन, अध्यक्ष, रा.भा.चि.प.आ. (बीयूएसएस) 08 अगस्त, 2024 को समापन सम्बोधन देंगे।
उद्घाटन समारोह का समापन डॉ. ग़ज़ाला जावेद, सहायक निदेशक (यूनानी), के.यू.चि.अ.प.केधन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। वेबिनार के पहले दिन गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के लिए मानकों और विभिन्न मान्यता तथा प्रमाणन प्रक्रियाओं के महत्व पर प्रकाश डाला गया, साथ ही सीसीआरयूएम द्वारा की गई विभिन्न डिजिटल पहलों पर भी चर्चा की गई।50 यूनानी शिक्षण संस्थानों और परिषद सेलगभग 200 प्रतिभागियों ने वेबिनारमें भाग लिया।