संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। बिजली विभाग में समूह ख और ग के कर्मचारियों में भर्ती प्रक्रिया को लेकर कर्मचारी संगठन में असंतोष है। इनकी मांग है की इस श्रेणी की भर्ती पूर्व की भांति विद्युत सेवा आयोग से की जाये।विद्युत विभाग जूनियर इंजीनियर संघ के बड़े नेता अवर अभियंता कांता प्रसाद नें बताया की हमारे केंद्रीय अध्यक्ष जीबी पटेल नें उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष को ज्ञापन भी दिया है।अभियंता कांता प्रसाद नें बताया की विजली विभाग में शासन स्तर पर समूह ख एवं ग की भर्ती लोकसेवा चयन आयोग तथा उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के मध्यम से निर्धारित की जा रही है जो कार्य की प्रकृति को देखते हुए तकनीकी एवं व्यावहारिक तौर पर उचित नहीं है।
अवर अभियंता कांता प्रसाद नें बताया की ऊर्जा के कार्य की प्रकृति,कार्मिकों में उच्च तकनीकी योग्यता,प्रशिक्षण की अनिवार्यता,कार्य की आकस्मिकता के चलते इसे सदैव अन्य राजकीय विभागों से अलग रखा गया। इसके लिये पहले राज्य विद्युत परिषद एवं बाद में यूपी पावर कारपोरेशन साहित अन्य ऊर्जा निगम गठित किये गये।ऊर्जा निगमों को राज्य सरकार के आधीन रखते हुये स्वायत्तशासी बनाया गया। इसका सार्थक लाभ ऊर्जा क्षेत्र एवं उपभोक्ताओं को मिला। इसलिए भर्ती प्रक्रिया यूपी पावर कारपोरेशन के माध्यम से ही होनी चाहिये। सरकार को हमारी मांगों पर ऊर्जा हित में उदारता से ध्यान देना चाहिये।