उत्तर प्रदेश

डिजिटल सुविधा अपनाएं लेकिन सतर्कता के साथ, स्पाइसी शुगर की लगी डिजिटल सुरक्षा पर क्लास 

 स्पाइसी शुगर संस्था ने आयोजित की सिक्योर योर डिजिटल लाइफ विषय पर वर्कशाँप 
 साइबर एक्सपर्ट डॉ रक्षित टंडन ने महिलाओं को बताए डीजी लॉकर के फायदे 
आगरा। आपके हाथ की हथेली में आपके पूरे जीवन की जमा पूंजी, आपकी व्यक्तिगत जिंदगी की यादें और जानकारियां छुपी हुई हैं। आपकी जरा सी चूक आपके भविष्य के लिए बड़ी भूल बन सकती है। इसलिए डिजिटल होती जिंदगी को स्मार्ट तरीके से अपनाएं। साइबर गुरु डॉ रक्षित टंडन ने स्पाइसी शुगर की सदस्याओं को सचेत करते हुए ये जानकारी साझा की।
शनिवार को हरीपर्वत स्थित होटल होली डे इन में स्पाइसी शुगर द्वारा सिक्योर योर डिजिटल लाइफ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। संस्थापक अध्यक्ष पूनम सचदेवा, पावनी सचदेवा और चांदनी ग्रोवर ने सभी का स्वागत किया। पूनम सचदेवा ने कार्यशाला के विषय की जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में डिजिटल सुविधा जितनी बढ़ी है उतना ही डिजिटल अपराध भी बढ़ता जा रहा है। आज मोबाइल के माध्यम से हमारी पूरी जानकारी सार्वजनिक है। डिजिटल फ्रॉड जबरदस्त तरीके से बढ़ चुके हैं। इसलिए ये जरूरी है कि सुविधा अपनाएं लेकिन सतर्कता के साथ।
                    साइबर एक्सपर्ट डॉ रक्षित टंडन ने कहा कि डिजिटल खुराक ने सबसे ज्यादा कुप्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है। बच्चे यूट्यूब पर वीडियो देखकर हैकर बन रहे हैं। अश्लील वीडियो देखकर बलात्कारी बन रहे हैं। आवश्यक है माता पिता बच्चों को समय दें। मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन पर समय पाबंदी का लॉक लगाएं।
                   उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट होने से बचना है तो सोशल प्लेटफार्म पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। भगवान के नाम, जन्मतिथि आदि को पासवर्ड न बनाएं। आधार और पेनकार्ड सिर्फ डिजिलॉकर में ही सेव करें। ऑनलाइन शॉपिंग करें तो कैश ऑन डिलीवरी विकल्प ही चुनें। डेबिट और क्रेडिट कार्ड को फोन से लॉक करके रखें।
                    घर के बुजुर्गों के आधार की वेबसाइट पर जाकर उनका बायोमेट्रिक लॉक करके रखें। क्योंकि अंगूठे का निशान अपराधी चुरा रहे हैं। साइबर हाइजिन का विशेष ध्यान रखें। किसी के कहने से अनजान ऐप डाउनलोड न करें। कार्ड्स की लिमिट रखें। फोन हैक होते ही फैक्ट्री रीसेट कर दीजिए। फोन चोरी होने पर सिम सबसे पहले लॉक करवाएं। पुलिस शिकायत दर्ज करें।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में महिलाओं ने डिजिटल सुरक्षा से संबंधित प्रश्न डॉ रक्षित टंडन से किये।
                   इस अवसर पर वीना सचदेवा, स्वाति परसवानी, शिखा जैन, दिव्या वाधवा, राहुल वाधवा, एकता ठुकराल, माला जसूजा, पुष्पा पोपटानी, मीनल परसवानी, रानी रल्लन, सिप्पी वर्मा, शशि बंसल आदि उपस्थित रहीं।