संवाद -विनोद मिश्रा
बांदा। भाई बहन के स्नेहिल प्रेम को डाक विभाग परवान चढ़ायेगा। रक्षा सूत्र को 72 घंटे में गंतव्य तक पहुंचाने का कसमें वादे किया हैं।
रक्षाबंधन का पर्व नजदीक आ गया हैं। बहनों का उत्साह की हिलोरें हैं। महानगरों व विदेश में रहने वाले भाइयों की कलाइयों तक राखियां पहुंचाने की कशमकश हैं।
डाक विभाग बहनों के इस प्यार के धागे को समय से पहुंचाने में पूरी तरह मददगार बनेगा। कसमें वादे की भूमिका में हैं। मंडल में एक लाख वाटरप्रूफ लिफाफों के इंतजाम किए हैं। बहनें अपनी राखियां 41 रुपये में देश के किसी भी कोने में और 125 रुपये में विदेश भेज सकेंगी। रक्षाबंधन का पर्व इस बार 19 अगस्त को है। पर्व को लेकर नवविवाहितायें और युवतियों में खासा उत्साह एवं उमंग है। कई बहनें ऐसी हैं, जिनके भाई महानगरों में रहकर नौकरी या व्यापार करते हैं। वह रक्षाबंधन को बहनों के घर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसी बहनें उन्हें मिठाई व राखियां भेजने की तैयारी कर रही हैं।
वहीं डाक विभाग हर बार की तरह इस बार भी बहनों को राखियां पहुंचाने में मददगार बनकर आगे आया है। राखी वर्षा के पानी से खराब न हो जाए, इसके लिए करीब एक लाख वाटर प्रूफ लिफाफों का प्रबंध किया है। इन लिफाफों की कीमत महज दस रुपये है। विशेष यह भी है कि इन लिफाफों को रक्षाबंधन की तर्ज पर डिजाइन किया गया है।