उत्तर प्रदेश

आगरा की मेट्रो में गूंजा, जयतु संस्कृत जयतु भारतम्

श्रीमनः कामेश्वर मंदिर के सहयोग से निकाली गयी शहर में संस्कृत शोभायात्रा
पहली बार आगरा में संस्कृत सप्ताह के अन्तर्गत संस्कृत भारती ने निकाली संस्कृत शाेभायात्रा
स्कूल− कॉलेज के 170 बच्चों ने संस्कृत भाषा के प्रति मेट्रो में किया जन− जन को जागरुक
महंत योगेश पुरी बोले, अंग्रेजी बनाती है अधिकारी लेकिन संस्कृत बनाती है विद्वान

आगरा। मम देशाे भारतम्, मम भाषा संस्कृतम्, भाषासु मुख्या मधुरा, दिव्या गीर्वाणभारती, अमृतवाणी संस्कृत भाषा, नैव क्लिष्टा न च कठिना…जैसे संदेश लिखी तख्तियों और जोरदार उच्चारण के साथ जब आगरा की मेट्रो में 170 बच्चे निकले तो हर किसी का ध्यान एक ही ओर गया। संस्कृत देव भाषा, संस्कृत हमारी भाषा है।
शहर में पहली बार अन्य शाेभायात्राओं से इतर संस्कृत भाषा के लिए जागरुकता की शाेभायात्रा “मेट्रो में संस्कृत” निकाली गयी।


शुक्रवार को श्रीमनः कामेश्वर मंदिर से शाेभायात्रा का शुभारंभ हुआ। मंदिर में पूजन कर शोभायात्रा को महंत याेगेश पुरी ने रवाना किया। इसके बाद शाेभायात्रा श्रीमनः कामेश्वर मंदिर मेट्रो स्टेशन पहुंची। यहां से मेट्रो में सवार होकर ताज पूर्वी गेट स्टेशन से वापस श्रीमनः कामेश्वर मेट्रो स्टेशन पर शाेभायात्रा आई।
संस्कृत शाेभायात्रा में सरस्वती विद्यालय, सेंट जोंस कॉलेज और बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय के 170 छात्र− छात्राएं शामिल रहे।


महंत योगेश पुरी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि अंग्रेजी भाषा आपको आफिसर बना सकती है, बाबू बना सकती है, वरिष्ठ बना सकती है किंतु संस्कृत भाषा आपको विद्वान बनाती है। भारत को विश्व गुरु फिर से यदि बनाना है तो संस्कृत भाषा को पुनः अपनाना होगा। उन्होंने कि आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक में संस्कृत भाषा पर शाेध हो रहे हैं। संस्कृत देव भाषा है, इसके पुनः जागरण के लिए ही भारत सरकार ने 16 अगस्त से संस्कृत सप्ताह मनाने का आदेश दिया है। संस्कृत सप्ताह का आरंभ आगरा में शाेभायात्रा से किया गया है। सप्ताह के अन्तर्गत अन्य आयोजन भी किये जाएंगे।


संस्कृत भारती के प्रांत सहमंत्री डॉ गौरव गौतम ने बताया कि सन् 2000 में भारत सरकार ने संस्कृत सप्ताह घाेषित किया था। किंतु विगत 45 वर्षाें से संस्कृत भारती भाषा पर कार्य कर रही है। संस्था द्वारा सम्भाषण वर्ग एवं शिविर लगाया जाता है। 2014 से जिले में ये शिविर लगाए जा रहे हैं। पहले शिक्षिकों को स्कूलों में जागरुक किया जाता है फिर बच्चों पर काम होता है। उन्होंने बताया कि शाेभायात्रा में शामिल सभी बच्चों को वर्ग शिविर में प्रशिक्षण दिया गया था।
शोभायात्रा में विशेष सहयोग श्रीमनः कामेश्वर मंदिर के महंत योगेश पुरी, मेट्रो जनसंपर्क विभाग के अभिषेक यादव का रहा। संस्कृत भारती प्रांत संगठन मंत्री नरेंद्र भागीरथी, महानगर अध्यक्ष रघुवी सिंह पाल, महानगर मंत्री डॉ रेखा सिंह, महानगर विद्यालय प्रमुख नारायण चतुर्वेदी, आरएसएस विभाग बौद्धिक प्रमुख देवेंद्र शर्मा, विभाग कार्यवाहक सुनील दीक्षित, अर्चना गोस्वामी, दीपा, डौली शर्मा आदि उपस्थित रहे।