आगरा। सशक्त पीली सेना द्वारा एक सैंडल मार्च विरोध प्रदर्शन संजय पैलेस स्थित स्पीड कलर लैब के सामने किया गया जिसमें तमाम महिला व पुरुष सेना के सदस्यों ने भाग लिया और कलकत्ता में हुई महिला चिकित्सक के साथ हुई दरिंदगी का विरोध कर आरोपियों को फांसी देने की मांग की। विरोध प्रदर्शन में सेना की अध्यक्ष शबाना खंडेलवाल का कहना था की अब बस बहुत हो चुका है कैंडल मार्च अब हम निकलेंगे सैंडल मार्च अपराधियों की सिर्फ एक सजा होनी चाहिए और वह है फांसी इतने हिंसात्मक घृणात्मक कार्यों के बदले हम सिर्फ कैंडल मार्च निकालकर अपना शोक व्यक्त करते हैं।
आज की नारीअबला नहीं जलती हुई चिंगारी है हम दिखाना चाहते हैं कि हम अगर दुर्गा का रूप है तो काली का भी अवतार है ऐसे दरिंदों सजा सिर्फ मौत होनी चाहिए और अगर यह कानून के बस में नहीं है तो उनको हमारे हवाले कर दें हम खुद उन्हें फांसी के फंदे पर लटका देंगे लगातार इस तरह की घटनाएं देखने को मिल रही हैं चाहे वह कश्मीर की बेटी आसिफा हो उत्तराखंड की बेटी अंकित हो राजस्थान मंदबुद्धि बेटी हो या बंगाल डॉक्टर बेटी हो हाथरस की बेटी हो यह बिहार बेटी हो या उन्नाव पीलीभीत आगरा की मर्जी ना हो निर्वस्त्र सिर्फ बेटियों को किया जाता है जबकि नंगा तो उसे पुरुष समाज को करना चाहिए जिनकी सोच इतनी गंदी है।
बेटियां सांझ होती हैं चाहे वह किसी भी धर्म की हो किसी भी जाति की हो किसी की भी पार्टी से हमें इस इस बात से फर्क नहीं पड़ता हम चाहते हैं की बेटियों के हत्यारे को सिर्फ और सिर्फ मौत की सजा होनी चाहिए दूसरा कोई भी फैसला हमें मंजूर नहीं जब करोगे महिला पर वार .चप्पल. जूते .बेलन .चिमटा .है तैयार लगातार इस तरह की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं हर जगह दर्द का शिकार जुल्मों सितम का शिकार बेटियां ही क्यों सूली पर चढ़ाई जाए हर जुल्मों सितम के नाम पर ऑफिस में स्कूलों में घरों में हर जगह जुल्म का शिकार सिर्फ बेटियां ही क्यों हम अपने बेटों को ऐसे संस्कार क्यों नहीं देते औरत अगर दुर्गा का रूप है तो काली का भी अवतार है।
हम अगर जन्म देना जानते हैं तो मिट्टी में मिलना भी जानते हैं हम बल्कि महिलाओं से बेटियों से अपील करना चाहते हैं की कसम खाने की अपनी कोख से किसी बेटे को जन्म नहीं देंगे ताकि वह बड़ा होकर किसी बहन बेटी की आबरू को लूट कर पुरुष विहीन हो जाएगा यह देश यह संसार अगर हर महिला हर औरत हर बेटी दिल में यह ठान ली कि हम अपनी कोख से बेटे को जन्म नहीं देंगे चाहे जो हो जाए ।
यह संसार हमारे साथ प्रदर्शन में शामिल होने वालों में गुड्डू कुरैशी अजहर उमरी आशिक अब्बास मोहम्मद ताज मोहम्मद एकता जैन हर्षित जैन आरिफ दानिश खान संजीदा बेगम रीना अग्रवाल शुमैला खान पूनम यादव वैष्णवी मंजू दिवाकर शिवानी दिवाकर समी समी खान अबरार कुरैशी शेफाली नजमा खान बबलू असलम कुरैशी सलमान शिवानी आदिल रेखा आदि मौजूद रहे