उत्तर प्रदेश

कायमगंज में कानपुर रेंज के डीआईजी ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की

फर्रुखाबाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हो गया है कि बबली एवं शशि ने आत्महत्या करने के लिए फांसी लगाई थी। डॉक्टर विकास पटेल एवं डॉक्टर मानसिंह के पैनल ने लड़कियों के शव का पोस्टमार्टम किया। पीएम में निष्कर्ष निकला कि लड़कियों ने फांसी लगाई थी उनके शरीर पर कोई जाहिरा चोट नहीं पाई गई।

डीआईजी ने भी की जांच

कानपुर रेंज के डीआईजी ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने डीआईजी को घटना के बारे में व्यापक जानकारी दी। एसपी ने शव के पोस्टमार्टम के बाद मीडिया को बताया कि पुलिस की जांच एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट मैच हो गई है। लड़कियों ने सुसाइड किया है उनके शरीर पर कोई भी चोट के निशान नहीं पाए गए।

बनाई गई स्लाइड

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अवनेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने वीडियो ग्राफी के दौरान डॉक्टर के फाइनल ने पोस्टमार्टम कराये हैं। उन्होंने मीडिया को कि बताया लड़कियों की मौत फांसी लगाने से हुई है। उनके शरीर पर कोई भी चोट का निशान नहीं पाया गया। दुष्कर्म की संभावना को देखते हुए स्लाइड बनाई गई है जिनको जांच के लिए भेजा गया है।

पुलिस को राहत

लड़कियों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने के बाद पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद कायमगंज पुलिस अब इस जांच पड़ताल में जुट गई है की लड़कियों ने किस कारण आत्महत्या की है। कोतवाली कायमगंज के ग्राम भगौतीपुर निवासी दोनों लड़कियां अड़ोस पड़ोस में ही रहती थी गहरी दोस्ती होने के कारण दोनों लड़कियां अक्सर साथ में रहती थी। रात में दोनों लड़कियां जन्माष्टमी कार्यक्रम देखने गई थी और वापस घर गई थी जब पुलिस ने लड़कियों के बारे में पूछताछ की तो परिवार की महिलाओं ने बताया की जन्माष्टमी कार्यक्रम देखने के बाद लड़कियां घर पर नहीं आई थी।

बबली की छोटी बहन अक्षरा ने पुलिस को यह जानकारी देकर परिजनों की बात झूठी साबित कर दी की जन्माष्टमी देखने के बाद बबली शशि के साथ घर आई थी मैं घर में लेटी थी और बबली व शशि दूसरे मकान मैं सोने के लिए चली गई थी। पुलिस ने मातम मनाए जाने के कारण परिवार की महिलाओं व पुरुषों से घटना के बारे में ज्यादा पूछताछ नहीं की। अब सवाल उठता है कि यदि एक लड़की किसी कारण परेशान थी तो दूसरी ने क्यों फांसी लगाई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने से विरोधी नेताओं को एक बहुत बड़ा मुद्दा मिलने की उम्मीद थी लेकिन उनके अरमानों पर पानी फिर गया है