बरेली। उर्स-ए-रजवी का आगाज होने जा रहा है। देश के अलग अलग राज्यों के अलावा विदेशों से भी इसमें जायरीन शामिल होंगे। इस बार भी उर्स के मंच से कौम के लिए देश विदेश से आने वाले उलेमा संदेश देंगे। उर्स के मंच से शरीयत हुक्म बताए जाएंगे और उलेमा मंच से दहेज के खिलाफ और बेटियों को विरासत में हिस्सा देने पर बयान होगा । बच्चों की तालीम पर जोर दिया जायेगा |
जमात रज़ा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व उर्स प्रभारी सलमान हसन खान (सलमान मियां) ने बताया कि इस बार देश विदेश के सुन्नी, सूफी, खानकाहो से जुड़े लोगों को उर्से रजवी के स्टेज से खास पैगाम दिया जाएगा। उर्स के मौके पर मंच से तमाम उलेमा अलग अलग टॉपिक पर तकरीर करेंगे। समाज में फैली बुराईयों को खत्म करने पर जोर दिया जाएगा। बेटे, बेटियों की उम्र शादी के लायक हो जाये तो सुन्नी घराना देखकर उनकी शादी करने पर जोर दिया जाएगा। देश में हो रहे मुसलमानों पर अत्याचार जैसे बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी |
जमात रज़ा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन खान (फरमान मिया) ने कहा कि उर्से रज़वी में इसबार उलेमा शिक्षा के क्षेत्र में मुसलमानों का पिछड़ापन, नौजवानों का नशाखोरी में रुझान बढ़ता हुआ, जुआ जैसी हराम बीमारी का समाज में बढ़ती बीमारी का कैसे रोकथाम किया जाये व देशभर में फ़ैल रही सोशल मीडिया पर धार्मिक भड़काऊ टिप्पणी पर कैसे रूक लगे इनसब पर ख़िताब होगा महिलाओं के साथ होने वाले जुल्म व देशभर में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाये जैसी बुरी बिमारियों के खिलाफ कैसे बचा जाये इसपर विचार विमर्श होगा जमात रज़ा ए मुस्तफा देशभर में फैली बुराइयों को रोकने के लिए मुहीम चलाएगी |