उर्स-ए-रज़वी में उठने वाले मुद्दों का एजेंडा तय। दरगाह प्रमुख व सज्जादानशीन ने जारी किए अहम मुद्दे
विश्व भर के उलेमा व सज्जादगान इस्लाम,सुन्नियत,नामूस-ए-रिसालत,मुस्लिम बच्चों की परवरिश,दहेज़ हटायेगे-बेटी बचाएंगे जैसे मुद्दों पर करेगें तक़रीरे
आपसी सौहार्द व नौजवानों से सोशल मीडिया के सही इस्तेमाल पर रहेगा विशेष फोकस
बरेली,इस बार दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मियां) ने एलान किया है कि इस्लामिया मैदान में आयोजित होने वाले 106 वें उर्स में अबकी बार सभी रज़ाकाराने उर्स होगे। कोई भी शख्स किसी भी व्यवस्था का प्रभारी नहीं होगा। उर्स में सहयोग के लिए 1100 रज़ाकार लगाए गए है जो इस्लामिया मैदान,दरगाह और शहर के चप्पे चप्पे पर तैनात रहेंगे। उर्स-ए-रज़वी में दुनियाभर से आने वाले उलेमा व वक्ताओं को तकरीर करने के लिए विशेष टाॅपिक दिए जा रहे हैं। दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हानी रज़ा खान (सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती में होने वाले उर्स ए रजवी में सज्जादानशीन हज़रत मुफ्ती अहसन मियाॅ ने बताया कि इस बार खास टॉपिक नामूस-ए-रिसालत(नबी करीम की अजमत),मुस्लिम बच्चें-बच्चियां और उनकी परवरिश,दहेज़ हटायेगें-बेटी बचाएंगे आदि मुद्दे पर देश विदेश के सुन्नी,सूफी,खानकाही,बरेलवी मुसलमानों तक उर्से रजवी के स्टेज से खास पैगाम दिया जाएगा। उलेमा की तकरीरों के लिए विषय तय किये गए। इस समय देश में फैली सामाजिक बुराइयों जैसे महिलाओं के साथ होने वाली ज़ुल्म व ज़्यादती,बढ़ती दुष्कर्म की घटनाएं, सूदी कारोबार,आपसी लड़ाई-झगड़े और हत्याए,शिक्षा के क्षेत्र में मुसलमानों का पिछड़ापन,शादियों में फुजूलखर्ची,निकाह व तलाक,भारतीय कोर्ट-कचहरी में बढ़ते मुकदमों की संख्या के मद्देनजर अपने छोटे-मोटे मसलों को घरों में निपटाने जैसे अहम मुद्दों के लिए देश भर में अभियान चलाने की अपील व आह्वान उर्स-ए-रजवी के स्टेज से उलेमा करेंगे। साथ ही सोशल मीडिया पर भडकाउ,आपत्तिजनक,भावनाओ को आहत करने व देश व दुनिया के अमन-चैन और शान्ति को प्रभावित करने वाली गैर कानूनी सामग्री को अपलोड व फारवर्ड करने से बचने और सोशल मीडिया के उपयोग में सावधानी बरतने की नौजवानों से भी उलमा अपीले करेंगे। देश-विदेश में मसलके आला हज़रत को मजबूत करने,जन-जन तक आला हज़रत की विचार धारा को पहुंचाने भी जोर दिया जाएगा। अपने-अपने इलाको मे इस्लाम की शिक्षा और उसके शान्तिवाद वाले चेहरे को देश भर में लोगो तक पहुंचाने का पैगाम दिया जायेगा।
दूसरी तरफ इस्लामिया मैदान से लेकर दरगाह तक सय्यद आसिफ और राशिद अली खान के नेतृत्व में तैयारियां आखिरी चरण में है। उर्स की व्यवस्था में रज़ाकाराने उर्स ए रज़वी शाहिद नूरी,औरंगजेब नूरी,परवेज़ नूरी,अजमल नूरी,हाजी जावेद खान,ताहिर अल्वी,शान अहमद रज़ा,मंजूर रज़ा,नईम नूरी,मुजाहिद रज़ा,नफीस खान,तारिक सईद,सय्यद माजिद अली,इशरत नूरी,आलेनबी,अब्दुल माजिद,शाद रज़ासय्यद एजाज़,सुहैल रज़ा,साजिद नूरी, समी खान,अजमल खान,इरशाद रज़ा,गज़ाली रज़ा,आरिफ नूरी,शारिक बरकाती,हाजी अब्बास नूरी,युनुस गद्दी,रईस रज़ा,जावेद खान,आदिल खान,हाजी शकील,सरताज बाबा,फारूक खान,गौहर खान,जोहेब रज़ा,सबलू रज़ा,आसिफ रज़ा,आसिफ नूरी,काशिफ सुब्हानी,अरबाज रज़ा,अशमीर रज़ा,मुस्तकीम नूरी,रोमान खान,मोहसिन रज़ा, आदि लगे है।