उत्तर प्रदेश

पुलिस की लचर पैरवी से छूटे आईआईटी बीएचयू के दुष्कर्मी- अजय राय

बलात्कारियों का फूल माला से स्वागत करती है, संस्कारी होने का दावा करने वाली भाजपा- अजय राय

लखनऊ। वाराणसी के आईआईटी बीएचयू में बीटेक की छात्रा से दरिंदगी के दो आरोपी कल जमानत पर रिहा हो गए। इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना में पुलिस की लचर कार्यवाही के चलते दुष्कर्मियों को जमानत मिल गई।

उक्त प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, पूर्व मंत्री श्री अजय राय ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को अंजाम देकर तीनों आरोपी मध्य प्रदेश चुनाव में प्रचार के लिए चले गए और दोनों वही शरण पर रहे। मैंने पहले ही दिन इस बात को उठाया था कि इस घटना में भाजपा के लोगों का हाथ है। कांग्रेस पार्टी और छात्रों के दबाव के चलते वाराणसी पुलिस ने इन्हें लगभग 60 दिन बाद गिरफ्तार किया।

राय ने कहा कि सत्ता दल के पदाधिकारी होने के कारण इतनी जघन्य घटना को अंजाम देने के बावजूद भी सरकार इन्हें बचाने में लगी रही। महिलाओं के प्रति योगी सरकार की क्या सोच है वह इस घटना से स्पष्ट है। पहले तो सरकार ने आरोपियों को बचाने की कोशिश की और जब दबाव के कारण गिरफ्तार करना पड़ा तो अब कोर्ट में लचर पैरवी कर मुकदमे को कमजोर किया जा रहा है।

एक तरफ सत्ता की ताकत और दूसरी तरफ अपराधिक प्रवृत्ति, इस बात की क्या गारंटी है कि यह बाहर निकलकर पीड़िता को धमकाएंगे या फिर दबाव बनाने की कोशिश नहीं करेंगे।

इतना ही नहीं दोनों आरोपियों की जमानत के बाद उनका स्वागत फूल माला से किया जा रहा है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष  अजय राय ने कहा कि अभी हाल ही में प्रधानमंत्री ने कहा था कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में जल्द न्याय मिले। जबकि उनके ही संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दुष्कर्मियों को लचर पैरवी के चलते फायदा पहुंचाया जा रहा है। महिलाओं के प्रति अपराध करने वाले अपराधियों का स्वागत जब फूल-माला से होगा तो ऐसे में उनका मनोबल बढ़ेगा और आधी आबादी का कानून व्यवस्था पर से भरोसा उठ जाएगा।

सच तो यह है कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में आए दिन महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं वह इसी लचर और संवेदनहीन कानून व्यवस्था का परिणाम है। दुष्कर्मियों को फूल-माला और पीड़िताओं के हिस्से में मायूसी और डर यही इस योगी सरकार की पहचान बन चुकी है।