उत्तर प्रदेश

अधिवक्ताओं पर हो रहे हमलों की निंदा 

आगरा। कासगंज की महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर की हत्या और कौशाम्बी के अधिवक्ता छविराम पर हुए जान लेवा हमले के मामले में शुक्रवार को भी आगरा के अधिवक्ता आन्दोलनरत रहे।

इस दौरान अधिवक्ता सरोज यादव ने कहा कि हमने शासन प्रशासन को अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए 48 का समय दिया था, जिसमें से 24 घंटे बीत चुके हैं और अब मात्र 24 घंटे ही शेष बचे हुए हैं। अगर अगले 24 घंटे में गिरफ्तारियां नहीं हुईं तो आंदोलन और तीव्र किया जाएगा।
प्रदेश भर में टारगेट करके अधिवक्ताओं पर हुए जानलेवा हमले और हत्या के विरोध में आगरा के अधिवक्ता सड़क पर उतर कर आंदोलन कर रहे हैं। शुक्रवार को सेशन कोर्ट आगरा के अधिवक्ता कचहरी से बाहर निकले और भारत माता के मंदिर के पास एकत्रित हुए। अधिवक्ता एकता जिंदाबाद और हत्यारों को गिरफ्तार करो। हत्यारों को फांसी दो। कौशाम्बी के वकील पर जानलेवा हमला करने वालों को गिरफ्तार करो का नारा लगाते हुए एम जी रोड पर प्रदर्शन करते हुए पैदल मार्च निकाला।
प्रशासन से हत्यारों को फांसी दो। अधिवक्ता एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए अधिवक्ता सेशन कोर्ट के गेट नंबर दो से गेट नंबर एक तक प्रदर्शन करते हुए गए। गेट नंबर एक के बाहर पुतला दहन किया। अधिवक्ता वरुण गौतम ने कहा कि अधिवक्ता किसी भी जुल्म को नहीं सहेगा। अधिवक्ता आफिसर ऑफ द कोर्ट होता है। उन्होंने कहा कि न्याय नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा।

इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता सुनीता सिंह, सावित्री , पूरन सिंह राजपूत भावना कुलश्रेष्ठ, साइना खान, कुमकुम, ब्रजवाला सक्सेना, गोल्डन, सुधा, शबनम, लक्ष्मी, रिचा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।