संवाद/ शरद मिश्रा
बांदा। जिले आंगनबाड़ी केंद्रों की बदहाली निरन्तर सुर्खियों में हैं। चिंगारी संगठन नें आवाज बुलंद की है। इस संबंध में महुवा सीडीपीओ को ज्ञापन देकर “हाले दर्द” बयां किया गया। बताया की किस तरह से सरकारी संपत्तियों का दुरुपयोग है। इसका ताजा उदाहरण महुवा ब्लॉक में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों का है।
चिंगारी संगठन के ज्ञापन में कहा गया है की महुवा ब्लॉक के आंगनवाड़ी केंद्र शराब जुआ के अड्डा बने हुए हैं।
महुआ ब्लॉक के बछही में आंगनवाड़ी सेविकाओ की मनमानी,और केंद्रों में चल रहे शराब जुआं के अड्डों के खिलाफ एक दर्जन महिलाओं ने आला अफसरों को शिकायती पत्र देकर समस्या से रूबरू करवाया है ।
चिनगारी संगठन की शीला का कहना है की गांव में तीन आंगन वाड़ी केंद्र खोले गए है। एक भी संचालित नहीं है। इसी संदर्भ में गोरी बाई का कहना है की 6 वर्षो से आंगन वाडी केंद्र बने है,लेकिन खोले कभी नहीं जाते।आंगन वाड़ी सेविका सरोजनी पटेल जिला मुख्यालय में रहती है दूसरी आंगनवाड़ी सेविका रामलली के पास दो आंगनवाड़ी केंद्र का चार्ज है। न तो ये कभी केंद्र खोलती है न राशन वाँटती है। आंगनवाड़ी केंद्रों में जुआ और शराब पीनें का अड्डा बन गया है। गोबर और कंडे रखने में इस्तमाल है। कई बार प्रधान से शिकायत की लेकिन नहीं सुधार नहीं हुआ। आंगनवाड़ी सेविकाए आए दिन दबंगई और मनमानी करती है।