उत्तर प्रदेशजीवन शैली

सम्पूर्ण समाधान दिवस:”बन गया आंख का अंधा नाम का नयन सुख”


संवाद/विनोद मिश्रा


बाँदा। जिले में सम्पूर्ण समाधान दिवस की स्थिति “आंख का अंधा नाम का नयन सुख” सी हो गई है। यह आयोजन “जमीनी धरातल” पर अपनी पूर्ण “सार्थकता नही सिद्ध” कर पा रहा। दरअसल समाधान दिवस में जितने मामले आते है मौके पर बमुश्किल एक चौथाई मामलों का भी निस्तारण नही हो पाता। उन्हें संबंधित विभागों को निस्तारण के लिये “सूचना विभाग की भाषा में गुणवत्ता एवं समयबद्धता की टिप्पणी” के साथ दे दिया जाता है। फिर अगली समाधान बैठक में उन लंबित प्रकरणों पर क्या समाधान हुआ ,शायद गंभीरता से उसकी परख नही की जाती!इसी कारण एक ही प्रकरण लिये अधिकांश फरियादी पुनरावृति करते रहते हैं। उम्मीद है डीएम नगेन्द्र प्रताप इन प्रश्नगत बिंदुओं पर ध्यान देंगे।


खैर,इसी क्रम में डीएम नगेन्द्र प्रताप की अध्यक्षता में तहसील पैलानी में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ। कुल 129 आवेदन पत्र प्राप्त हुए। मौके पर 17 जन शिकायतों का निस्तारण हुआ। शेष प्रकरणों को सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को इस निर्देश के साथ दिये गये कि सम्बन्धित आवेदन पत्रों को गम्भीरता से लेते हुए समयबद्धता एवं गुणवत्ता के साथ निस्तारण करें। समाधान दिवस में राजस्व 49, पुलिस 13, विकास 43, पूर्ति 6, विद्युत 2, चकबन्दी 5, व अन्य 11 आवेदन पत्र प्राप्त हुए।