अपराधउत्तर प्रदेश

हाथरस हादसा छह थाने, तीन चौकी, चार चेक पोस्ट किसी एक ने भी निभाई होती ड्यूटी तो नहीं होता ऐसा

आगरा। हाथरस हादसे में शामिल वाहन 32 सवारियों से भरा मालवाहक वाहन करीब 45 किमी बिना किसी रोक टोक कर दौड़ता रहा।रास्ते में मिलने वाली चौकियों और चैक पोस्ट के साथ थानों को पुलिस ने अपनी ड्यूटी को अंजाम नहीं दिया बेखौफ माल वाहन जिसमें सवारियां इस तरह से ठूंस-ठूंसकर भरी गईं थीं कि लोगों को सही से सांस भी न आए। यह वाहन आगरा से चलकर छह थाना क्षेत्रों, तीन पुलिस चौकियों और चार चेक पोस्टों के क्षेत्रों से होते हुए हाथरस तक आ गया लेकिन किसी ने नहीं रोका। अगर इनमें से किसी एक ने भी ड्यूटी निभा दी होती तो शायद 17 लोगों की जान न जाती।

यह मालवाहक वाहन आगरा के भगवान सिंह का है। इसे आगरा के सैमरा गांव से हाथरस में सासनी के गांव मुकुंदखेड़ा तक के लिए बुक किया गया था। इसमें कुल 32 लोग थे। कई युवक पीछे लटक भी रहे थे। अब यह मालवाहक वाहन 45 किलोमीटर का सफर करके हाथरस के सासनी तक आ गया और वहां से लौटने भी लगा, लेकिन किसी ने भी इसे रोककर यह नहीं पूछा कि मालवाहक वाहन में सवारियां ढोई क्यों जा रही हैं। अगर किसी पुलिस वाले ने ही चेकिंग के दौरान रोक लिया होता तो शायद इतनी भीषण दुर्घटना को रोका जा सकता था।

इन थाना क्षेत्रों से गुजरा था वो वाहन
थाना खंदौली
कोतवाली सादाबाद
थाना चंदपा
कोतवाली सदर
थाना हाथरस गेट
कोतवाली सासनी

ये थीं पुलिस चौकियां

गोविंदपुर पुलिस चौकी
बिसाना पुलिस चौकी
बाइपास पर यातायात चौकी