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शहजादी कांग्रेस बोली बेटी के साथ अमानवीयता,जंतर-मंतर पर करेंगे प्रदर्शन


संवाद/ विनोद मिश्रा


बांदा। जिले की बेटी को बचाने के लिए राजनीतिक दल, समाजसेवी, अधिवक्ता आदि सड़क पर उतर गए हैं। सभी ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर शहजादी को मृत्युदंड से बचाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जिले में गोयरा मुगली की शहजादी को बचाने के लिए लोगों की आवाज बुलंद हो रही है। राजनीतिक दल, समाजसेवी, महिला संगठन और अधिवक्ता सड़क पर आ गए हैं। उसे बचाने के लिए अधिवक्ता संघ ने सुप्रीमकोर्ट में जनहित याचिका और सामाजिक संगठन ने दिल्ली के जंतर मंतर वा धरने का ऐलान किया है। इसके अलावा कांग्रेस ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर शहजादी को मृत्युदंड से बचाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।


जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष अशोक दीक्षित ने पत्रकार वार्ता में कहा कि टूरिस्ट वीजा पर आगरा के उजैर ने शहजादी को विदेश भेजा। दुबई में उजैर की बुआ नाजिया और उसके पति प्रशासनिक पद पर हैं। इन लोगों ने शहजादी को घर में बंधक बनाकर नौकर की तरह रखा। दैहिक शोषण के साथ ही यातनाएं भी दीं।
इसके बाद में उसे बच्चे की हत्या में फंसा दिया गया। इस पर वहां की अदालत ने उसे मृत्युदंड की सजा दी है।भारत के संविधान में अनुच्छेद 19 से 23 तक में मौलिक अधिकारों के संरक्षण के लिए सरकार व अदालतें कृत संकल्पित हैं। सरकार व अदालतों को मामले का संज्ञान लेते हुए शहजादी के जीवन को बचाना चाहिए।


इधर, उसके पिता ने बेटी को बहला फुसलाकर ले जाकर दुबई में बेंच देने सहित धोखाधड़ी का मामला यहां दर्ज कराया है। इसमें पुलिस विवेचना धीमी गति में कर रही है। शहजादी की मृत्यु हो गई, तो उसके यहां बयान नहीं हो पाएंगे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री आदि से मांग की है कि मामले को निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई के हवाले किया जाए। कहा कि अपने स्तर से भी सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं।