आगरा− फिरोजाबाद रोड स्थित श्रीवरद वल्लभा मंदिर में दक्षिण भारतीय पूजन पद्वति से मनाया जा रहा है गणेश चतुर्थी महोत्सव
प्रतिदिन सैंकड़ों भक्त ले रहे दर्शन लाभ, आरती के समय उमड़ रहा आस्था का सैलाब
संध्या काल मंदिर के बाहरी परिक्षेत्र की गयी विद्युत सजावट करती है आकर्षित
आगरा। शहर में एकमात्र दक्षिण भारतीय पूजन पद्वति का अनुसरण करने वाला श्रीवरद वल्लभा मंदिर गणेश उत्सव के पावन दिनों में आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।
मंगलवार को श्रीगणेश चतुर्थी महोत्सव के चौथे दिन श्रीवरद वल्लभा महागणपति जी ने भक्तों को केसरिया श्रंगार से श्रंगारित होकर दर्शन दिए। भगवा रंग की धाेती, अष्टकोणिय तिलक, केसरिया फूलबंगला और स्वर्ण आभूषण से सुशाेभित गजानन अपनी अप्रतिम सौंदर्य आभा से भक्तों को निहाल कर रहे थे। चतुर्थ दिवस का नित्य अभिषेक राकेश गर्ग और हवन सेवा दीपक गर्ग की ओर से रहा।
मंदिर परिक्षेत्र में की गयी आकर्षक विद्य़ुत सजावट दूर से ही भक्तों को अपनी ओर खींचती है। मंदिर में प्रवेश करते हुए शांति की अनुभूति और फिर अपने आराध्य के दर्शन कर आध्यात्मिक प्रगति स्वयं ही प्राप्त होती है। मंदिर संस्थापक हरिमोहन गर्ग ने बताया कि मंदिर में प्रतिदिन पूजन पद्वति दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार ही होती है। उत्सव के दिनों में ये पूजन प्रकार लोगों को आकर्षित करता है। उन्होंने बताया कि बुधवार को प्रतिष्ठित प्रतिमा का महाभिषेक 11 द्रव्यों से किया जाएगा। इसके बाद मेवा का श्रंगार होगा।