उत्तर प्रदेशराजनीति

तालमेल का अभाव रानी दुर्गावती प्रतिमा का शिलान्यास औपचारिकता में सिमटा


संवाद/ विनोद मिश्रा


बांदा। रानी दुर्गावती की प्रतिमा शिलान्यास का कार्यक्रम प्रशासनिक चैतन्यता के अभाव में फीका बनकर रह गया। इस समारोह में उन सभी महत्वपूर्ण लोगों की भागीदारी नहीं हो सकी जिन्हें आमंत्रण कार्ड के अनुसार उपस्थित होना था। शिलान्यास जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश को करना था पर इसकी औपचारिकता पूर्व सांसद आरके पटेल नें निभाई।दरअसल कार्यक्रम के मुताबिक 11 सितंबर को ही तिंदवारी के सहूरपुर गांव में जल अभिनंदन का आयोजन हो गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिले के प्रभारी एवं जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह आये थे।

राज्य मंत्री रामकेश निषाद के निर्वाचन क्षेत्र के अलावा उनका विभागीय कार्यक्रम था। वहां वह विशिष्ट अतिथि थे इसलिये स्वाभाविक रूप से वह भी वहीं उपस्थित थे ,अन्यथा शिलान्यास जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद को ही डीएम नगेन्द्र प्रताप एवं सीडीओ वेद प्रकाश मौर्य एवं अन्य पार्टी जन प्रतिनिधियों की उपस्थित में करना था लेकिन वह संभव नहीं हो सका।


विधायक ओम मणि वर्मा,भाजपा जिलाध्यक्ष संजय सिंह तथा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जगराम सिंह एवं क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव की मौजूदगी में शिलान्यास की औपचारिकता ठोंकी गई।इस रानी दुर्गावती की मूर्ति स्थापना में 14.33 लाख रुपये पर्यटन विभाग एवं इतनी ही धनराशि 14 .33 लाख क्षेत्रीय विधायक ओम मणि वर्मा अपनी विधायक निधि से खर्च करेंगी।
दरअसल इस कार्यक्रम में सबसे अधिक लापरवाही का कारण यह क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव को मना जा रहा है।

!उन्होंने ध्यान नहीं दिया की इसी तिथि पर जल अभिनंदन का भी आयोजन है जहां जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश उपस्थित रहेंगे। बड़ा प्रशासनिक अमला भी वहीं रहेगा। ताल -मेल का यह अभाव नें रानी दुर्गावती प्रतिमा शिलान्यास के अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम को फीका कर दिया।उल्लेख नीय है की रानी दुर्गावती का जन्म इतिहास कार कालिंजर में मानते हैं। इनकी यहां मूर्ति स्थापना में सीएम योगी आदित्य नाथ की विशेष रुचि थी।