जेनेवा। यूनिवर्सिटी ऑफ जेनेवा के वैज्ञानिकों ने ऐसा नारकीय ग्रह खोजा है, जिसकी कल्पना भी उन्होंने नहीं की थी. इस ग्रह का नाम है WASP-76B. यहां का मौसम अत्यधिक खराब है. हवा है लेकिन बहुत तेज गति में चलती हुई. हवा में लोहे के सूक्ष्म कणों की मात्रा बहुत ज्यादा है. दिन का तापमान 2000 डिग्री सेल्सियस रहता है. यानी गए और पिघले.
हैरानी इस बात की है ये ग्रह अपने तारे से टाइडली लॉक्ड है. यानी जुड़ा हुआ है. जैसे हमारा चांद. इसलिए इसके चारों तरफ तेज हवाएं चलती रहती हैं. इनमें लोहे के कणों की मात्रा भी ज्यादा है. ये लगातार वायुमंडल में कभी ऊपर तो कभी नीचे होती रहती हैं. यानी यहां लोहे के कणों की परतें हैं. जो ज्यादा तापमान की वजह से दिन में पिघल-पिघल कर इस ग्रह की सतह पर गिरते रहते हैं.