नई दिल्ली। संजौली मस्जिद ( शिमला ) का विवाद जल्द सुलझने की उम्मीद है। मस्जिद कमेटी ने मस्जिद का अवैध निर्माण तोड़ने की पेशकश की। इसके लिए उन्होंने शिमला नगर निगम कमिश्नर भूपेंद्र अत्री से मुलाकात की।
कमिश्नर ने बताया कि मस्जिद कमेटी ने खुद कहा कि कोर्ट ऑर्डर देगा तो मस्जिद का अवैध हिस्सा तोड़ेंगे। फैसला आने तक मस्जिद की 3 मंजिल को सील कर दिया जाए। कमेटी इसके लिए तैयार है।
गौरतलब हो कि संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर पिछले 13 दिनों से विरोध-प्रदर्शन जारी है। पिछले दिनों हुए लाठीचार्ज के विरोध में व्यापार मंडल ने गुरुवार को शहर की सभी दुकानें बंद रखी हैं।
इस दौरान शिमला के व्यापारियों ने शेर-ए-पंजाब से DC ऑफिस तक रोष रैली निकाली और SP को बर्खास्त करने की मांग की।
संजौली में मस्जिद 1947 से पहले बनी थी। 2010 में इसकी पक्की इमारत बननी शुरू हुई तो नगर निगम में शिकायत की गई थी। अब मस्जिद 5 मंजिला है। नगर निगम 35 बार अवैध निर्माण तोड़ने का नोटिस दे चुका है। लोग मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ते थे, जिससे नमाज पढ़ने में दिक्कत आती थी। इसे देखते हुए लोगों ने चंदा इकट्ठा किया और मस्जिद निर्माण शुरू किया। जमीन वक्फ बोर्ड की थी। मस्जिद की 2 मंजिल को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है। वक्फ बोर्ड इसकी लड़ाई लड़ रहा है।
ताजा विवाद 31 अगस्त से शुरू हुआ, जब 2 गुटों के बीच मारपीट हुई और 6 मुस्लिम लड़कों ने यशपाल नाम के स्थानीय कारोबारी की पिटाई कर दी। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मस्जिद का अवैध निर्माण गिराने की मांग की। इसके बाद हिंदू संगठन भड़क उठे और मस्जिद तोड़ने की मांग को लेकर बुधवार को तीसरी बार प्रदर्शन किया।