राहुल गांधी को जान से मारने की धमकियां लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं
राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी देने वाले भाजपा नेता मारवाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो, राहुल की सुरक्षा की समीक्षा की जाए
नई दिल्ली, । कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सिखों की आड़ लेकर लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को बदनाम करने का प्रयास कर रही है। भाजपा को इस बात की तकलीफ है कि राहुल गांधी ने दलितों, पिछड़ों व अल्पसंख्यकों के हक में बोला है। इसलिए भाजपा उनकी बात को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है।
नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने राहुल गांधी को दी गई जान से मारने की धमकियों का मुद्दा भी उठाया और कहा कि यह भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं है।
कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी का उनकी दादी इंदिरा गांधी जैसा ही हश्र करने की धमकी देने के लिए भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की और पूछा कि क्या मारवाह भाजपा नेतृत्व की ओर से बोल रहे थे। कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी की सुरक्षा की समीक्षा किए जाने की भी मांग की।
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, राहुल गांधी जब अमेरिका गए थे, तब उन्होंने वहां बताया कि देश की आजादी में कांग्रेस का क्या योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना है। राहुल गांधी ने कहा कि देश में हालात ऐसे बन रहे हैं कि लोगों को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन, हर बात का गलत मतलब निकालना भाजपा की आदत हो चुकी है। राहुल गांधी ने अमेरिका में जो भी कहा, उसमें सच्चाई थी। देश के किसान किसी एक धर्म के नहीं हैं। जब किसान आंदोलन हुआ तब उसमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के किसान शामिल थे। लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतना भी नहीं किया कि दस मिनट का समय निकालकर किसानों की बात सुन लें। बल्कि भाजपा नेताओं ने किसानों को उनकी पगड़ी की वजह से खालिस्तानी बताया था।
बाजवा ने कहा, नरेंद्र मोदी ने जब कृषि कानून वापस लिए थे, तो न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने के साथ ही कई और वादे किए थे। लेकिन जब किसान इस बारे में बात करने के लिए दिल्ली आना चाहते थे, तो उनके रास्ते में कीलें लगवा दी गईं। राहुल गांधी यही बातें कह रहे हैं कि जहां भी दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों या अन्य लोगों के अधिकारों को छीना जाएगा, कांग्रेस उनके लिए आवाज उठाएगी।
बाजवा ने 15-20 दिन पहले की घटना का जिक्र करते हुए बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर चार किसान नेताओं को धार्मिक प्रतीक छोटा कृपाण धारण करने के कारण तमिलनाडु जा रहे विमान से उतार दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना इससे पहले देश में कभी नहीं हुई थी।
वहीं चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, राहुल गांधी ने चिंता जताई थी कि देश में जैसा व्यवहार एससी-एसटी-ओबीसी और अन्य अल्पसंख्यकों के साथ किया जा रहा है, कहीं आने वाले समय में सिखों के साथ भी न होने लगे। उन्होंने सिखों के हक में बात की है, हम उनकी सराहना करते हैं।
चन्नी ने कहा, भाजपा सिखों की भावनाओं के साथ खेलना बंद करे। भाजपा सिखों की आड़ लेकर राहुल गांधी को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। भाजपा लगातार राहुल गांधी के खिलाफ बोल रही है, उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। ये भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं है।