उत्तर प्रदेशजीवन शैली

भीख मांगने वाले हाथों ने यज्ञ में दी आहुति

      झुग्गी झोपड़ी में विराजे गणपति
विधि के साथ यज्ञ कर की यमुना में विसर्जन

आगरा। कहते हैं कि शिक्षा ही जीवन में बदलाव लाती है। इस शिक्षा के उजियारे से झुग्गी झोपड़ियां रोशन हो रही हैं। कल तक जो हाथ भीख मांगते थे अब वो हाथ जन कल्याण के लिए यज्ञ में आहुतियां देते नजर आ रहे हैं। विधि विधान से पूजा अर्चना कर भगवान गणेश की प्रतिमा का यमुना में विर्सजन किया।

झुग्गी झोपडियों में विराजे गणपति
पूरे शहर में गणेश उत्सव की धूम मची हुई है। हर कोई अपने अपने तरीके से भगवान गणेश को स्थापित कर उनकी आराधना कर रहा है। ऐसा ही एक नजारा आगरा की झुग्गी झोपड़ियों में देखने को मिला। नजर बट्टू समुदाय के लोगों ने अपने डेरे में गणेश प्रतिमा को स्थापित कर एक अनोखा संदेश दिया है। यह समुदाय समाज से अलग थलग होने के बावजूद भी समाज की मुख्य धारा से जुड़ने की कोशिश करता नजर आ रहा है। भीख मांगने वाले हाथों ने जन कल्याणकारी यज्ञ में आहुतियां दीं। हर कोई इस नजारे को देखकर दंग रह गया।

पंचकुईया सदर तहसील के सामने लगभग चार दर्जन झुग्गी झोपड़ियों में लोग रहते हैं। ये सभी शहर के लोगों की मकान दुकान पर नीबूं मिर्च बांधकर नजर उतारने का काम करते हैं। महिलाएं कबाड़ बीनती हैं तथा बच्चे भीख मांगते हैं। सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस इनके लिए उम्मीद की किरण बनकर सामने आए। इनके बच्चों को भिक्षावृत्ति से मुक्त कराकर स्कूल से जोड़ा। उनमें इस वर्ष चार बच्चों ने बोर्ड की परीक्षाएं दी हैं। जिनमें से एक लड़के ने इंटरमीडिएट तथा तीन लड़कियों ने हाईस्कूल की परीक्षा पास की है। अब ये बच्चे समुदाय को नई दिशा दे रहे हैं।

शहर में हर जगह गणेश प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। इन्हीं से प्रेरणा लेकर इस समुदाय के युवाओं ने नरेश पारस के मार्गदर्शन में डेरे में गणेश प्रतिमा स्थापित की। नौ दिन की स्थापना के बाद रविवार को डेरे में जन कल्याण यज्ञ का आयोजन किया गया। सभी ने भगवान गणेश की आरती उतारी। इसके बाद धार्मिक गीतों की धुनों पर थिरकते हुए गणेश प्रतिमा का यमुना में विर्सजन किया। ऐसा धार्मिक अनुष्ठान इस समुदाय में पहली बार हुआ था। हर आने जाने वाले के लिए इस समुदाय का काफिला आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था।

नहीं था धार्मिक कर्मकांड का ज्ञान
झुग्गी झोपड़ी के लोगों के लिए यह पहला धार्मिक आयोजन था। उन्हें धार्मिक रीति रिवाजों की जानकारी नहीं थी। ऐसे में समझ नहीं आ रहा था कि भगवान गणेश की स्थापना कैसे करे। कैस पूजा अर्चना की जाएगी लेकिन गणेश प्रतिमा की स्थापना की ललक थी। बच्चों ने नरेश पारस के मार्गदर्शन में भगवान गणेश की प्रमिमा स्थापित की। जन कल्याण यज्ञ किया। सभी बहुत खुश थे। दानिश, शेर अली खान, करीना, दिल पत्थर, सोहेल, निर्जला, कामिनी आदि ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।